बड़कागांव: प्रखंड अंतर्गत उरीमारी एवं पोटंगा पंचायत में सरकारी आदेशों को दरकिनार करना यहां के पंचायत प्रतिनिधियों, आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों एवं महिला संगठनों के लिए आम बात है। ऐसा ही मामला एक प्रकाश में आया है। जहां सरकार के आदेशों को अवहेलना करते हुए सभी अपने निजी कार्यों में व्यस्त हैं। उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है की अगर सरकारी आदेश की अवहेलना की गई तो क्या होगा क्योंकि उन आदेशों को दरकिनार करना उनके लिए रोजमर्रा की बात है, हम बात कर रहे हैं राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर दिनांक 21 अप्रैल 2023 से 24 अप्रैल 2023 तक ग्राम पंचायत स्तर पर स्थानीय सतत विकास लक्ष्य के अंतर्गत थीम वार कार्यक्रम आयोजन के संबंध में। जिसे लेकर विभागीय पत्रांक 968/रांची दिनांक 19 अप्रैल 2023 को पत्र जारी किया गया था। साथ ही पंचायत में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार कर पत्र के साथ पंचायतों को भेजा गया था। 4 दिनों तक चलने वाले अलग-अलग कार्यक्रमों के लिए सभी पंचायतों को रूपये 6000 की राशि भी सुनिश्चित की गई थी।
बीते 21 अप्रैल 2023 को हमारा पंचायत स्वच्छ स्वस्थ महिला एवं बाल मैत्री ग्राम पंचायत, 22 अप्रैल 2023 को सुशासन ग्राम पंचायत ग्राम पंचायत की योजना एवं हिसाब हर घर के पास, 23 अप्रैल 2023 को हरा स्वच्छ जल परचूर एवं जल्द संपन्न ग्राम पंचायत व 24 अप्रैल 2023 को आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा एवं सुशासन ग्राम पंचायत सब हाथ जोड़ते जाएं पंचायत को आगे बढ़ाते जाएं साथी, ग्राम पंचायत द्वारा सम्मान कार्यक्रम का आयोजन करना सुनिश्चित किया गया था। लेकिन पंचायतों में कार्यक्रम का नहीं होना इस बात की ओर इंगित करता है कि सिर्फ आदेश कागजों तक है। इन आदेशों का पंचायत के स्तर पर किसी भी प्रकार का असर नहीं पड़ता है। जबकि इन कार्यक्रमों को लेकर प्रखंड स्तर जिला स्तर एवं राज्य स्तर पर निगरानी कमेटी बनाई गई जिन्हें इन कार्यक्रमों पर अपना स्तर पर अपने उच्च अधिकारियों को प्रेषित करना है।
प्रखंड स्तर पर प्रखंड समन्वयक कार्यक्रम के दौरान सभी ग्राम पंचायत के कार्यक्रम क्रमानुसार प्रत्येक दिन हो यह सुनिश्चित करेंगे सभी ग्राम पंचायतों की कार्यक्रमों का प्रतिवेदन बनाकर राज्य स्तरीय दल को समर्पित करेंगे प्रत्येक पंचायत में हो रहे विभिन्न गतिविधियों का फोटो विवरण सहित प्रतिदिन व्हाट्सएप ग्रुप में साझा करेंगे यह कार्य प्रखंड स्तर पर निगरानी कर रहे प्रखंड समन्वयक की बनती है। जबकि जिला स्तर पर जिला पंचायती राज पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक पंचायत में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक हो इस हेतु कम से कम जिला के 15% ग्राम पंचायतों के भ्रमण का प्रतिवेदन समर्पित करेंगे वहीं राज्य स्तर पर गठित एसपीआरसी एवं एसपीएमयू दल के सदस्य अभियान के समय विभिन्न प्रखंडों एवं पंचायत में सीधे भ्रमण करेगी। जिला एवं प्रखंड स्तर से प्रतिदिन प्राप्त प्रतिवेदन को दस्तावेज करण करेंगे, विभिन्न सोशल मीडिया साइट्स समाचार पत्र एवं मीडिया एजेंसी के जरिए बड़े स्तर पर प्रचार प्रसार करेंगे लेकिन इन निगरानी के तीन स्तर पर भी होने के बावजूद इन कार्यक्रमों का नहीं होना इनकी उदासीन कार्यशैली को दर्शाता है।
कार्यक्रमों को लेकर तीन स्तर पर जिम्मेवारी तय की गई उसके बावजूद पंचायतों में कार्यक्रमों का नहीं होना कहीं ना कहीं इन तीन स्तर पर बने लोगों के कार्यशैली एवं भ्रष्टाचार की पोल खोलता है। जब निगरानी कर रहे तीन स्तर के लोग ही अपने कार्यों को सही रूप से अंजाम नहीं देंगे तो फिर पंचायत से यह उम्मीद करना कि वह अपने कार्य को सही रूप से करें यह कहां तक जायज है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी 24 अप्रैल को होने वाले कार्यक्रम में पंचायत अपने स्तर से कितनी जागरूक होती है और उसके लिए कार्यक्रम को लेकर क्या गतिविधि करती है।
इस संबंध में जब उरीमारी पंचायत के मुखिया कमला देवी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पंचायत के कोई भी लोग समय देने को तैयार नहीं है। सभी अपने निजी कामों की व्यवस्ता बताते हुए अपना पल्ला झाड़ देते हैं। लेकिन मैंने स्कूल के छोटे बच्चों के साथ एक बस्ती में प्रभात फेरी की हूं। इसके अलावा कोई भी गतिविधि नहीं हुआ है।
वहीं उरीमारी पंचायत के उप मुखिया सतीश कुमार ने कहा कि मुझे 22 अप्रैल को चिट्ठी मिला है। लेकिन इस संबंध में पंचायत स्तर पर मुझे कोई जानकारी नहीं दी गई है। वहीं वार्ड सदस्यों ने बताया कि उन्हें इन कार्यक्रमों की कोई जानकारी नहीं है। तो बिना जानकारी के हम लोग कहां क्या करेंगे। पंचायत स्तर पर कोई जानकारी होने पर हम लोग जरूर एकत्रित होते हैं।
वहीं दूसरी ओर पोटंगा पंचायत के मुखिया चरका करमाली ने बताया कि उन्हें इस प्रकार का कोई आदेश प्राप्त नहीं है और बिना जानकारी का कोई कार्यक्रम नहीं किया जा सकता है।
इस संबंध में पूछे जाने पर उरीमारी पंचायत के पंचायत सेवक धनेश्वर प्रसाद ने कहा कि सभी पंचायतों में विधिवत कार्यक्रम किया जा रहा है। गत 21 अप्रैल को प्रखंड मुख्यालय में बैठक होने के कारण मैं अपने कार्य क्षेत्र में नहीं जा सका। मैं उरीमारी कांडतरी और आंगों तीन पंचायतों का कार्यभार देखता हूं। ऐसे में सभी जगह जाना मेरे लिए संभव नहीं है। इस संबंध में विशेष जानकारी पंचायत की मुखिया ही दें सकती है।