प्रधानमंत्री आवास के लिये बालू की आपूर्ति कैटेगरी वन घाट से सुनिश्चित करें : उपायुक्त
पलामू: जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे ने बुधवार को वर्चुअल मोड के माध्यम से जिला खनन टास्क फोर्स की बैठक की। इसमें जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि माह मार्च व अप्रैल 2023 में अवैध खनन/परिवहन/भंडारण से जुड़े कुल 36 मामले आये जिससे बतौर जुर्माना 10 लाख 37 हजार रुपये की वसूली की गयी। बैठक के दौरान उपायुक्त ए. दोड्डे व एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने टास्क फोर्स की पूर्व की बैठक में दिये गये निर्देशों के आलोक में हुए कार्यों की समीक्षा की।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जिले में संचालित विकास योजनाओं में बालू की आपूर्ति कैटेगरी-1 के तहत चिन्हित बालूघाटों से किया जाना है, जिसका चालान संबंधित मुखिया द्वारा नियम एवं प्रावधानों के अनुरूप जारी किया जाएगा। सभी पदाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि प्रधानमंत्री आवास योजना में बालू कि आपूर्ति इन्हीं कैटेगरी-1 के तहत चिन्हित बालू घाटो से हो। उन्होंने कहा कि इन बालूघाटों से उठाव किए गए बालू का उपयोग निजी, गैर व्यावसायिक, सामुदायिक उद्देश्य, सरकार द्वारा प्रायोजित कल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन के लिये ही होगा।
उन्होंने कहा कि अगर कहीं से बालू का उपयोग व्यवसायिक कार्यों के लिये किया जाता है तो संबंधित क्षेत्र के पदाधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी। साथ ही इसमें संलिप्त लोगों के विरुद्ध भी विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि पदाधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि सभी ट्रैक्टरों पर वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर स्पष्ट रुप से दिखाई दे। उन्होंने कहा कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में कुल 44 बालूघाट कैटेगरी-1 के तहत चिन्हित किया गया है, जिसका संचालन संबंधित मुखिया द्वारा किया जायेगा।
वहीं बैठक में उपायुक्त ने कहा कि अवैध माइनिंग से जुड़ी शिकायत कहीं से प्राप्त होती है तो संबंधित क्षेत्र के पदाधिकारी के विरुद्ध त्वरित एक्शन लिया जाएगा। अवैध माइनिंग से संबंधित प्राप्त सभी मामलों की जांच एक सप्ताह के भीतर करना सुनिश्चित करें।
बैठक में पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारियों को अवैध उत्खनन एवं परिवहन की रोकथाम को लेकर अलग से निर्देशित किया। वर्चुअल मोड में आयोजित बैठक एनआईसी के सभागार से आयोजित की गईबैठक में डीसी, एसपी, एसी सुरजीत कुमार सिंह, डीएमओ आनंद कुमार थे। जबकि तीनों एसडीओ, सभी बीडीओ-सीओ व थाना प्रभारी समेत अन्य पदाधिकारी वर्चुवल माध्यम से जुड़े थे।