लातेहार: उपायुक्त भोर सिंह यादव द्वारा चंदवा प्रखंड अंतर्गत स्थित बनहरदी दुग्ध उत्पादक प्राथमिक सहयोग समिति लिमिटेड में दुग्ध संग्रहण एवं शीतलक केंद्र का जायजा लिया गया। इस दौरान उपायुक्त ने दुग्ध की गुणवता की जांच कर विधि व्यवस्था से अवगत हुए। उपायुक्त ने दुग्ध संघ से जुड़े किसानों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने किसानों को किए जाने वाले भुगतान तथा नियमित रूप से प्राप्त होने वाले दुग्ध की मात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उपायुक्त को दुग्ध की खरीद बिक्री में जेएमएफ प्रबंधन की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया गया कि बनहरदी दूध संग्रह केंद्र में जेएमएफ किसान द्वार दूध की खरीददारी करती है एवं महीने में 3 बार दूध का भुगतान किसान खाते में करती है। 1 से 10 तक का कुल दूध का भुगतान 15 तारीख तक। 11 से 20 तक का भुगतान 25 तारीख तक एवम 21 से 30 तक का भुगतान 5 तारीख तक किसानों के खाते में जाती है।
इस दौरान उपायुक्त ने संबोधित करते हुए कहा कि पशुपालक दुधारू पशुओं को विटामिन मिनरल सहित समुचित पोषण का ख्याल करें, तो कम खर्च में अधिक दूध का उत्पादन कर सकते हैं। पशुपालक अच्छी नस्ल की गाय एवं भैंस की प्रजाति पर ध्यान दें। पशु पालक दूध का अधिक उत्पादन के लिए पशुओं की संख्या बढ़ाने से ज्यादा पशुओं के पोषण पर ध्यान दें। गाय के अच्छे स्वास्थ्य के लिए गाय को हरा चारा खिलाए। आगे उन्होंने कहा की दुधारू पशुओं के पोषण के लिए समुचित विटामिन कैलसियम एवं मिनरल दें। साथ ही गव्य विकास विभाग के द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित है आप सब उसका लाभ लें। उपायुक्त ने जिला पशुपालन पदाधिकारी सह जिला गव्य विकास पदाधिकारी को पशुओं का नियमित टीकाकरण कराने एवं पशुओं का इन्शुरेन्स कराने का निर्देश दिया।
जिला सहकारिता पदाधिकारी ने ग्रामीणों से दुग्ध उत्पादक प्राथमिक सहयोग समिति से जुड़ने का आग्रह किया। जिला गव्य विकास पदाधिकारी ने गव्य विकास विभाग के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे जानकारी दिया l उन्होंने बताया कि सहकारी समिति से जुड़े दुग्ध उत्पादकों को 75 % अनुदान पर 5 गाय एवं 10 गाय देने की योजना है। इसके अलावा के पशुपालकों के लिए डीप बोरिंग की भी योजना है। आगे उन्होंने कहा कि गाय के अच्छे स्वास्थ्य एवं ज्यादा दुग्ध उत्पादन के लिए गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए। उन्होंने हरा चारा की नियमित उपलब्धता के लिए किसानों को हाइब्रिड नेपियर एवं अजोला की खेती करने के लिए प्रेरित किया । उन्होंने बताया कि हाईब्रिड नेपियर एवं अजोला में प्रोटीन एवं विभिन्न तरह के अन्य पोषक तत्व होते हैं जो गाय के अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
इस दौरान जिले के पहले बनहरदी दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति को निबंधन प्रमाण पत्र दिया गया।जेएमएफ के तरफ से वरीय प्रबंधक शिल्पी टोपनो द्वारा बनहरदी दुग्ध उत्पादक प्राथमिक सहयोग समिति लिमिटेड की निबंधन प्रक्रिया में भूमिका के बारे में जानकारी दिया गया।
इस दौरान जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, सहायक निबंधक सहयोग समिति सुजीत सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, डीपीएम जेएसएलपीएस व संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।