हजारीबाग: जीएम महाविद्यालय इचाक में सामूहिक हवन का आयोजन मंगलवार को किया गया। आचार्य विकास कुमार पांडेय के द्वारा विधिवत पूजा अर्चना के पश्चात हवन का आयोजन किया गया।
मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य शंभू कुमार ने कहा कि सभी शिक्षक विद्यार्थियों को संस्कार का पाठ जरूर पढ़ाएं ताकि विद्यार्थियों में आचरण झलक उठे। एक विद्यार्थी के जीवन में संस्कारों का बहुत महत्व है। हमें संस्कारों और उनके सौंदर्य की जानकारी होनी चाहिए। संस्कारों के द्वारा ही उसके व्यक्तित्व का पता चलता है। संस्कार ही मनुष्य की पहली सीढ़ी होती है, उसके परिवेश में व्यक्ति सच्चरित्र बनता है।
महाविद्यालय प्रभारी पंकज कुमार ने कहा कि शिक्षा सुसंस्कृत समाज की आधारशिला है। शिक्षा के माध्यम से व्यक्ति में बौद्धिक जागृति होती है और इससे वह नवीन सांस्कृतिक मूल्यों की रचना करता है। शिक्षा बुराई से अच्छाई की ओर, हीनता से उच्चता की ओर, असंभव से संभव की ओर, हिंसा से अहिंसा की ओर, पशुता से मनुष्यता की ओर ले जाने का मार्ग प्रशस्त करती है।
सामूहिक हवन कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिक्षक रत्नेश कुमार राणा, दीपक प्रसाद, अजीत हंसदा, संगम कुमारी, संजीत कुमार यादव, राज कुमार, प्रन्नत कुमार, बिनोद कुमार मेहता, कृष्ण कुमार मेहता, प्रिया कुमारी, राज कुमार सिंह, संजय प्रजापति, सुनीता टोप्पो सहित कई छात्र छात्राएं मौजूद थे।

