हजारीबाग: जन सेवा परिषद हजारीबाग और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में उच्च विद्यालय गर्रीकलां, केरेडारी में बाल विवाह, बाल मजदूर मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत बाल विवाह, बाल यौन उत्पीडन एवं बाल तस्करी के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया गया।
मौके पर कम्युनिटी सोशल वर्कर मेघनाथ महतो ने कहा कि बाल तस्करी अर्थात बच्चों का अवैध व्यापार उन्हें विभिन्न उद्देश्यों के लिए खरीद फरोख्त करना हैं। भारत में मानवता को शर्मसार करने वाला यह कुकृत्य बड़े स्तर पर चल रहा हैं। जब कभी ऐसे रैकेट पकड़े जाते हैं तो इनसे मिली जानकारियां रूह कपा देने वाली होती हैं। उन्होंने कहा कि मानव तस्करी आपूर्ति और मांग से प्रेरित है। सुरक्षा की कमी, गरीबी, रोजगार और शिक्षा तक पहुंच की कमी, लोगों के साथ भेदभाव और सांस्कृतिक प्रथाएं ऐसे सभी कारक हैं जो बच्चों और वयस्कों को शोषण के प्रति संवेदनशील बनाते हैं।
मौके पर मुख्य रूप से विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामजीवन महतो, मोहम्मद निजामुद्दीन, मनोज कुमार, सुनीता कुमारी, प्रमोद कुमार पांडेय, उपेंद्र कुमार पटेल, कंचन कुमारी, लक्ष्मण कुमार राणा, अर्जुन कुमार कुशवाहा, सहदेव सिंह, कुसुम कुमारी, प्रियंका कुमारी, सुरेंद्र कुमार, धानेश्वर कुमार, रितिक कुमार राणा, अवधेश कुमार, रंजन कुमार, ज्ञान रंजन कुमार, संजय कुमार, सुनील कुमार, सचिन कुमार, चन्दन कुमार, वकील राणा, विक्की राणा, अर्पणा कुमारी, रागिनी कुमारी, प्रियंका कुमारी, प्रतिमा कुमारी, भागवंती कुमारी, कुमारी रानी, नीतू कुमारी, कुमारी रिया राज, नाजिया खातून, सलोनी कुमारी, लाडली सहित कई छात्र-छात्राएं मौजूद थे।
इधर उत्क्रमित मध्य विद्यालय बलसगरा में भी बाल विवाह, बाल यौन उत्पीडन एवं बाल तस्करी के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया गया। मौके पर कम्युनिटी सोशल वर्कर प्रमिला देवी ने कहा कि बाल तस्करी को रोकने के लिए बच्चों को शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। बाल तस्करी के दुष्प्रभावों के बारे में माता-पिता और समुदायों के बीच जागरूकता फैलानी होगी। हमें एक साथ मिलकर ऐसा माहौल बनाना होगा जहां हर बच्चा सुरक्षित बचपन का आनंद ले सके। मौके पर मुख्य रूप से विद्यालय की प्रधानाध्यापक लक्ष्मी कुमारी, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष हरिदेव महतो, प्रेशा नाग, राधिका कुमारी, नीलम कुमारी, सुनीता कुमारी, रीता कुमारी, रामदेव महतो सहित कई छात्र-छात्राएं मौजूद थे।


