बड़कागांव: कर्णपुरा महाविद्यालय बड़कागांव में हिंदी विभाग के तत्वाधान में गोस्वामी तुलसीदास की जयंती मनाई गई। इसकी अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य कीर्तिनाथ महतो ने की।

मौके पर प्राचार्य कीर्तिनाथ महतो ने कहा कि तुलसीदास संस्कृत के महान विद्वान थे। उन्होंने रामचरितमानस की रचना की। यह चाहते थे कि राम की कहानी आम जनता के लिए सुलभ हो। आयोजक हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. अनु कुमारी एवं हिंदी विभाग की प्रो.ललिता कुमारी ने की। कार्यक्रम की शुरुआत तुलसीदास जी के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई। विद्यार्थियों ने अपने-अपने विचार रखें।

प्रो.अनु कुमारी ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास वैष्णव हिंदू संत और भक्तिकाल के सगुण भक्ति धारा के रामभक्ति शाखा के प्रमुख महाकवि थे। इन्होंने गोस्वामी तुलसीदास के जीवन, लेखन संसार, उनके विचार एवं रचनाओं पर प्रकाश डाला। प्रो. ललिता कुमारी ने कहा कि तुलसीदास को उनके साहित्यिक कार्यों विशेष रूप से महाकाव्य रामचरितमानस के लिए जाना जाता है। हनुमान चालीसा के रचयिता का श्रेय गोस्वामी तुलसीदास को जाता है, साथ ही जीवन एवं रचनाओं को व्यक्त किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. चंद्रशेखर राणा ने किया।

कार्यक्रम में पूर्व प्रभारी प्राचार्य ज्योति जलधर, प्रो. निरंजन प्रसाद नीरज, प्रो. सुरेश महतो, प्रो. फजरुद्धीन, प्रो. नरेश कुमार दांगी, प्रो. ऋतुराज, प्रो. रंजीत प्रसाद, प्रो. लालदेव महतो, प्रो. रामकिशोर प्रसाद दांगी एवं छात्र-छात्राओं में राहुल, धिरंजन, दिलचंद, सचिन, मनीषा, पूनम, खुशबू, सुनीता सहित कई लोग मौजूद थे।

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