कोडरमा: सामाजिक संस्था समर्पण की ओर से आपदा प्रबंधन कार्यों के सफल क्रियान्वयन हेतु जिले के स्वयंसेवी संस्थाओं का उन्मुखीकरण कार्यशाला सह आईएजी बैठक का आयोजन दुधिमाटी स्थित होटल सेलिब्रेशन में किया गया। बैठक में रांची से आये इंटर एजेंसी ग्रुप-झारखण्ड के प्रोग्राम डायरेक्टर शुभेन्द्र झा, राज्य समन्वयक सुबीर कुमार, डायरेक्टर फाइनेंस शैली मैथ्यू मौजूद रहे।

इंटर एजेंसी ग्रुप-झारखण्ड के राज्य समन्वयक सुबीर कुमार ने आईएजी के मिशन, विज़न एवं उद्देश्यों की चर्चा करते हुए कहा कि झारखण्ड सहित पूरे विश्व में पानी का स्तर लगातार नीचे जा रहा है। बेहतर लाइफ स्टाइल एवं विकास के नाम पर हम प्रकृति के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। लिहाजा, विपदा और आपदा की घटनाएँ बढती ही जा रही है. उन्होंने कहा कि हीट वेव के नियंत्रण की बात हो या फिर अन्य आपदा से निपटने की बात हो, इसके लिए सरकार के पास कई योजनायें एवं सेवाएँ हैं. मगर आम जनों को इसकी जानकारी नहीं है। इस वजह से न हम सरकार से सवाल पूछ पा रहे हैं और न ही सेवा ले पा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हम संस्थाओं को भी जानकारी बढ़ाने की आवश्यकता है तभी सरकार, जिला प्रशासन या समुदाय को मदद कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि आये दिन गर्मी की अवधि का लगातार विस्तार हो रहा है और प्रति वर्ष 1-2 डिग्री तापमान बढ़ रहा है.

प्रोग्राम डायरेक्टर शुभेन्द्र झा ने कहा कि विकास के नाम पर हम प्रकृति से दूर और सीमेंट, बालू और छड के करीब पहुँच गए हैं. उन्होंने प्रकृति द्वारा दिए गए संपदा की रक्षा करने की बात करते हुए कहा कि पलास का फुल लू से बचने की अचूक दवा है. उन्होंने कहा कि झारखण्ड में 2023 और 2024 सबसे गर्म साल के रूप में रहा है. लिहाजा, यहाँ पानी की समस्या, भुखमरी, प्यास, कुपोषण, पलायन, बज्रपात जैसी समस्या से बहुसंख्यक आबादी ग्रसित होते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से कहीं ज्यादा आजकल मानव निर्मित आपदाएं ज्यादा है. इस पर नियंत्रण जरुरी है.

बैठक में आये जिले के स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रमुखों एवं प्रतिनिधियों को समर्पण के सचिव इन्द्रमणि साहू ने स्वागत करते हुए कहा कि गाडी, घर का एक कमरा, हॉल को ठंडा करना बहादुरी नहीं है. बहादुरी है पूरे विश्व, पूरे देश और समस्त जिला को ठंडा करने में. हमारी काबिलियत तभी सिद्ध होगा जब हम अपने घरों के छत का और खेत का पानी को रोक लेंगे. उन्होंने कहा कि आये दिन हीट वेव से मौतों का प्रतिशत में काफी इजाफा हो रहा है. बीमारियाँ बढ़ रहीं हैं. पेड़ तो पेड़, पहाड़ भी कट रहे हैं.
बैठक के दूसरे सत्र में कार्य योजना निर्माण पर चर्चा हुई. वहीँ, आईजी की और से आपदा प्रबंधन को लेकर जिले के सभी संस्थाओं के साथ मिलकर कार्य करने के लिए जिला नोडल एजेंसी के रूप में संस्था समर्पण का चयन किया गया एवं एक एग्रीमेंट हस्ताक्षर किये गए.

बैठक में होली फॅमिली के मुन्ना भाई, घो-घो रानी के विमला देवी, लोक मित्र के पूनम साहू, सवेरा फाउंडेशन के सिवानी सिन्हा, आदर्श फाउंडेशन के राहुल कुमार, हैण्ड इन हैण्ड इंडिया के तुलसी कुमार, आरजेएसएस के संगीता कुमारी, ज्ञान विज्ञानं समिति के राम रतन अवाध्या, वीर झारखण्ड विकास सेवा मंच के भोला प्रसाद यादव, झारखण्ड यूथ नेटवर्क के नवनीत कुमार, सेवा भारती के आलोक सुमार सिन्हा, प्रतिमा कुमारी, पिंकी देवी, वैभव कुमार, समन्वयक शंकरलाल राणा, शिक्षक श्रवण कुमार, समर्पण के प्रोग्राम मेनेजर आलोक कुमार सिन्हा, नेहरू युवा केंद्र के परवेज नैयर, सचिन कुमार, कल्याण फाउंडेशन के मेरियन सोरेन, ज्ञान सेवा संस्थान के जीतेन्द्र कुमार सिंह आदि उपस्थित थे.

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