पिपरवार (चतरा): कल्याणपुर पंचायत के मांडर में शुक्रवार को विश्व आदिवासी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि पुनीत मिंज सहित विशिष्ठ अतिथि विकास महतो, सिस्टर रीता बरला, विक्टोरिया कुजूर शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया।

अवसर पर स्वागत गान प्रस्तुत कर अतिथियों का स्वागत किया गया। वहीं अंग वस्त्र और पौधा भेट कर उन्हें सम्मानित किया गया। समारोह के दौरान सभा स्थल पर पौधरोपण कर पर्यावरण की रक्षा का संकल्प दोहराया गया। 

कार्यक्रम में लोक कलाकारों और बच्चों ने आदिवासियों की परंपरागत लोक गीत, नृत्य और नुक्कड़ नाटक पर एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। वहीं आदिवासी समाज के लोगों ने मांदर की थाप पर झूमकर विश्व आदिवासी दिवस पर हर्ष जताया। 

समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पुनित मिंज ने कहा कि आदिवासियों का इतिहास गौरवशाली रहा है। हमारी प्राचीनसभ्यता, संस्कृति और परंपराएं ही हमारी पहचान हैं। हमें आदिवासी होने पर गर्व करना चाहिए। 

वहीं विशिष्ठ अतिथि जेबीकेएसएस केन्द्रीय संगठन सचिव विकास महतो ने कहा कि आदिवासियों को बचाए रखने के लिए UNO ने विश्व आदिवासी दिवस की घोषणा किया गया। ताकि आदिवासियों और पुरखों द्वारा गढ़े गए जीवनशैली, शिक्षा, मूल्य और परंपरा को सुरक्षित किया जा सके। आदिवासियों की पहचान के लिए सरना धर्म कोड जल्द लागू करने की जरुरत है।

समारोह को संतोष कुमार महतो, सिस्टर रीता बरला, विक्टोरिया कुजूर, डाले उरांव और संजय भुइयां ने संबोधित किया। मौके पर आदिवासी समाज के कई महिला और पुरूष उपस्थित रहे। 

 

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