रामगढ़: सुकरीगढ़ा स्थित डॉ. एस. राधाकृष्णन शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के सभागार में मंगलवार को  महाविद्यालय और शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास झारखण्ड के संयुक्त तत्वाधान में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास को लेकर वक्ताओं ने मार्गदर्शन दिया। 

कार्यशाला में मुख्य अतिथि शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रदेश संयोजक महेंद्र कुमार सिंह, मुख्य वक्ता रामगढ़ जिला संयोजक सह सहायक प्राध्यापक महिला महाविद्यालय रामगढ़ डॉ. संजय महाविद्यालय प्रबन्धन समिति के सचिव संजय कुमार प्रभाकर, भारत विकास परिषद के पूर्व सचिव डॉ. सुशील कुमार, प्राचार्य डॉ. सुशील कुमार उपाध्याय, सहायक प्राध्यापक चितरपुर महाविद्यालय मनोज कुमार झा उपस्थित रहे।

कार्यशाला का उद्घाटन अतिथियों ने डॉ. एस. राधाकृष्णन् के चित्र पर पुष्प अर्पित कर और दीप प्रज्जवलित कर किया। अवसर पर मुख्य अतिथि महेन्द्र कुमार सिंह ने कहा की पुरूषार्थ के द्वारा व्यक्ति का चरित्र निर्माण होता है। आगे उन्होंने अन्नमय, प्राणमय, मनोमय, ज्ञानमय, आन्नदमय कोष इत्यादि को विस्तार पूर्वक चर्चा की। वहीं मुख्य वक्ता डॉ. संजय प्रसाद सिंह ने भारतीय संस्कृति पर विस्तारपूर्वक विचार रखते हुए कहा कि शिक्षा से व्यक्ति इंसानियत की समझ पाता है। उत्तम चरित्र का व्यक्ति ही राष्ट्र और समाज को सही दिशा दे सकता है। 

मंच का संचालन महाविद्यालय प्राचार्य सुशील कुमार उपाध्याय तथा धन्यवाद ज्ञापन सुलेखा कुमारी के द्वारा किया गया। कार्यशाला में सहायक प्राध्यापक मो. परवेज अखतर, नयन कुमार मिश्रा, डॉ. अशोक राम, इंदु कुमारी झा, व्याख्याता प्रभारी विभागाध्यक्ष सुप्रिया बर्मन, मुरारी कुमार दुबे, सुलेखा कुमारी, वरूण कुमार,  नन्दलाल कुमार, श्रेया गुप्ता, बबलु कुमार, दिनेश कुमार, दीप्ति लकड़ा, पवन कुमार, पंकज करमाली, वायरलेस मुण्डा, उमेश कुमार, निर्मल महतो, कपिल कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।

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