उरीमारी (हजारीबाग): भारत भारती विद्यालय उरीमारी में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर विद्यालय में शोक सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यालय के निदेशक, शिक्षक शिक्षिकाएं एवं छात्र-छात्राओं ने 2 मिनट का मौन रखकर उनकी दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

मौके पर विद्यालय के निदेशक अनिमेष कुमार यादव ने कहा कि 1980 के दशक में शिबू सोरेन ने बिनोद बिहारी महतो के साथ मिलकर झारखंड मुक्ति मोर्चा की नींव रखी। 1987 में झामुमो की विशाल जनसभा में उन्होंने अलग झारखंड राज्य के लिए निर्णायक लड़ाई का आह्वान किया। शिबू सोरेन ने अलग झारखंड राज्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और एक लंबे समय से चले आ रहे सपने को हकीकत में बदल दिया।

वहीं विद्यालय के उप प्राचार्य अर्जुन कुमार साव ने कहा कि जब 15 नवंबर 2000 को झारखंड एक अलग राज्य के रूप में बना तो शिबू सोरेन ने झारखंड के एक अलग राज्य का सपना देखा ताकि इस क्षेत्र और इसके लोगों का जन आंदोलन के माध्यम से विकास हो सके। उन्होंने अंत में कहा कि झारखंड के लोगों के लिए उनका आदिवासियों और पिछले लोगों के लिए संघर्ष हमेशा याद किया जाएगा।

मौके पर मुख्य रूप से सीमा श्रीवास्तव, सरिता ग्यासेन, अनिता कुमारी, राधिका कुमारी, प्रियंका सिंह, रेनू कुमारी, रितु कुमारी, रंजीत कुमार, ललन कुमार, रंजीत कुमार मेहता, शिव शाह, फूलमनी देवी, सोनी कुमारी, सुनील कुमार सहित कई छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

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