उरीमारी: सीसीएल बरका-सयाल प्रक्षेत्र अंतर्गत उरीमारी परियोजना की साउथ पोटंगा ओपन कास्ट माइंस में बुधवार को हुई दुर्घटना की जांच-पड़ताल शुरू हो गई है। डायरेक्टर जनरल ऑफ माइंस सेफ्टी रांची रीजन के डीएमएस अजीत कुमार गुरुवार को उरीमारी परियोजना पहुंचे। जहां उन्होंने डीडीएमएस पी. हनुमंता राव सहित प्रक्षेत्र और परियोजना के अधिकारियों के साथ दुर्घटना स्थल का जायजा लिया। इसके उपरांत डीएमएस वापस चले गए। जबकि डीडीएमएस पी. हनुमंता राव ने उरीमारी परियोजना में काफी देर तक अधिकारियों और कर्मचारियों से एक-एक कर घटना के बावत जानकारी ली। वहीं उन्होंने उक्त फेज में ब्लास्टिंग के संबंध अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए। बताया जाता है कि माइंस में दुर्घटना होने की जानकारी पर बुधवार की शाम को ही डीडीएमएस पी. हनुमंता राव प्रक्षेत्र पहुंचे और जांच शुरू की।
आईएसओ टीम और सीसीएल सेफ्टी बोर्ड के सदस्यों ने भी किया निरीक्षण
खान दुर्घटना के मद्देनजर गुरुवार को सीसीएल हेडक्वार्टर से पहुंची आईएसओ टीम और सीसीएल सेफ्टी बोर्ड के सदस्यों ने माइंस का निरीक्षण करते हुए दुर्घटना स्थल का जायजा लिया। निरीक्षण में आईएसओ टीम के मनीष मोहन, सीबी प्रसाद और सीसीएल सेफ्टी बोर्ड सदस्य विकास कुमार, अरूण सिंह, रविंद्र नाथ सिंह, जेपी झा, विशाल कुमार, खुशीलाल शामिल थे। बताते चलें कि बुधवार को दोपहर 02:00 बजे के लगभग साउथ पोटंगा माइंस में ब्लास्टिंग से पहले बोर होल में मिट्टी-बालू की ठसाई के क्रम में ही विस्फोट हो गया। जिसमें एक कर्मी महेश साव की मौत हो गई। जबकि एक महिला कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गई।