रामगढ़: भुरकुंडा रोड सेल को लेकर विरोधाभास की स्थिति अब भी बनी हुई है। संचालन और हिस्सेदारी को लेकर समितियों के बीच अब तक आपसी समन्वय नहीं बन सका है। इधर, सोमवार को एक बार फिर रोड सेल अविलंब चालू करने की मांग को लेकर भुरकुंडा कोलियरी विस्थापित प्रभावित रोड सेल समिति ने बलकुदरा माइंस का ट्रांसपोर्टिंग ठप करा दिया। बड़ी संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने सड़क पर बैठ कोयला ढुलाई में लगे वाहनों का आवागमन बाधित कर दिया। प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए लोग रोड सेल अविलंब चालू करने की मांग पर अड़ गए।

वहीं दूसरी ओर भुरकुंडा कोल डीपो के समक्ष रैयत विस्थापित मोर्चा और झारखंडी बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के भी महिला-पुरुष जुट गए। कहा गया कि सेल संचालन और हिस्सेदारी पर समितियों के बीच समन्वय अब तक नहीं बन पाया है। ऐसे में रोड सेल चालू करने का प्रयास किया जाता है तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। जिसकी सारी जवाबदेही स्थानीय प्रबंधन की होगी। 

वहीं बलकुदरा माइंस से कोयले का संप्रेषण ठप कराये जाने पर भुरकुंडा परियोजना पदाधिकारी कुमार राकेश सत्यार्थी पहुंचे और भुरकुंडा कोलियरी विस्थापित प्रभावित रोड सेल समिति से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने समितियों को आपस में समन्वय बनाने की अपील की। कहा कि प्रबंधन हर संभव सहयोग के लिए तत्पर है। समन्वय बनने पर अविलंब रोड सेल चालू कर दिया जाएगा। बताया जाता है कि प्रबंधन की मध्यस्थता में समितियों के बीच समन्वय स्थापित करने को लेकर पुनः बैठक की जा सकती है। 

 

 

 

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