रामगढ़: ओपी जिंदल स्कूल बलकुदरा में शनिवार को वार्षिक सांस्कृतिक समारोह ‘आविर्भाव-2025’ का भव्य आयोजन हुआ। जिसमें विद्यार्थियों की रचनात्मक प्रतिभा, सामाजिक चेतना और नैतिक मूल्यों का अद्भुत संगम देखने को मिला। समारोह का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि जिंदल स्टील पतरातू के प्लांट हेड कृष्ण बल्लभ सिंह ने विधिवत दीप प्रज्ज्वलित कर किया। वहीं विद्यालय के प्राचार्य गुरुदत्त पाण्डेय ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका का अभिनंदन किया। समारोह में जिंदल स्टील पतरातू के एचआर हेड सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्राचार्य गुरुदत्त पाण्डेय ने कहा कि आविर्भाव विद्यार्थियों के भीतर छिपी प्रतिभाओं के प्रकट होने का उत्सव है। हमारा उद्देश्य केवल अकादमिक सफलता नहीं, बल्कि संवेदनशील और उत्तरदायी नागरिकों का निर्माण करना है। वहीं बतौर मुख्य अतिथि कृष्ण बल्लभ सिंह ने विद्यालय की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज के मंच पर प्रस्तुत कार्यक्रम भारत के उज्ज्वल भविष्य की झलक हैं। ‘आविर्भाव’ शिक्षा और संस्कृति के संतुलन का उत्कृष्ट उदाहरण है।
समारोह में स्कूल के विद्यार्थियों ने नृत्य-संगीत पर आधारित एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। वहीं लघु नाटक मंचन का मंच कर सामाजिक संदेश भी दिए। पहली प्रस्तुति नाट्य-रूपक रही, जिसमें बच्चों ने संदेश दिया कि सच्ची शक्ति बाहुबल में नहीं, बल्कि सत्य, करुणा, साहस और नैतिकता में ही निहित होती है। इसके उपरांत नन्हे बच्चों ने सामूहिक नृत्य से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में आगे बच्चों ने भारतीय और पाश्चात्य संगीत की जुगलबंदी पर आधारित ऑर्केस्ट्रा प्रस्तुत किया। झारखंड की लोक-संस्कृति पर आधारित नागपुरी नृत्य तथा ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ विषयक समूह नृत्य ने देश की विविधता में एकता का जीवंत संदेश दिया।
कार्यक्रम में विशिष्ट प्रस्तुति ‘बाल संसद’ रही, जिसमें विद्यार्थियों ने लोकतंत्र, बाल अधिकार, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक दायित्व जैसे विषयों पर प्रभावशाली ढंग से अपने विचार रखे। समारोह के दौरान पुरस्कार वितरण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें शैक्षणिक, खेलकूद एवं सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन एवं राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ।
