हजारीबाग: जन सेवा परिषद हजारीबाग और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में मासी मार्शल मध्य विद्यालय चरही में बाल विवाह, बाल मजदूर मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत बाल विवाह, बाल यौन उत्पीडन एवं बाल तस्करी के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया गया।

मौके पर कम्युनिटी सोशल वर्कर अर्पणा पाठक ने कहा कि बाल श्रम हमारे देश और समाज के लिए बहुत ही गम्भीर विषय है। आज समय आ गया है कि हमें इस विषय पर बात करने के साथ-साथ अपनी नैतिक जिम्मेदारियाँ भी समझनी होगी। बाल मज़दूरी को जड़ से उखाड़ फेंकना हमारे देश के लिए आज एक चुनौती बन चुका है क्योंकि बच्चों के माता-पिता ही बच्चों से कार्य करवाने लगे है। आज हमारे देश में किसी बच्चे को कठिन कार्य करते हुए देखना आम बात हो गई है।

उन्होंने कहा कि बाल मज़दूरी को बड़े लोगों और माफियाओं ने व्यापार बना लिया है। जिसके कारण दिन-प्रतिदिन हमारे देश में बाल श्रम बढ़ता जा रहा है और बच्चों का बचपन खराब हो रहा है। इस से बच्चों का भविष्य तो खराब होता ही है, साथ में देश में गरीबी फैलती है और देश के विकास में बाधाएं आती हैं। बाल श्रम भारत के साथ-साथ सभी देशों में गैर कानूनी है। बाल श्रम हमारे समाज के लिए एक कलंक बन चुका है। बाल मज़दूरी की समस्या समय के साथ-साथ बहुत उग्र रूप लेती जा रही है। इस समस्या को अगर समय रहते जड़ से मिटाया नहीं गया, तो इससे पूरे देश का भविष्य संकट में आ सकता है।

मौके पर मुख्य रूप से विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सिस्टर कमला, शिक्षक दसई हेम्ब्रोम, मार्शल हंसदा, कपिल देव हेम्ब्रोम, बरनादिल मरांडी, विनय मरांडी, धनेश्वर टुडू, सावना मांझी, संतोष बेसरा, सुरेश मरांडी, अशोक हंसदा, प्रकाश हेम्ब्रोम, प्रवीण, मिस मरियम, मिस अंजुशा, सरोज लकड़ा, नेदी खाखा सहित कई छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

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