पारंपरिक तरीके से हुई पूजा और सामूहिक प्रार्थना
• ढोल-मांदर की थाप से थिरके लोग
बड़़कागांव: उरीमारी पंचायत के हेसाबेड़ा बस्ती में बाहा पोरोब धूमधाम से रविवार को मनाया गया। सर्वप्रथम नायके हड़ाम बंशीलाल मांझी के द्वारा गोबर व पानी से सरना पूजा स्थल जहां पूजा के लिए सड़ीम (घास फूस का बना हुआ छपरी) के नीचे की जगह का लिपाई कर साफ सुथरा किया गया, फिर नायके हड़ाम द्वारा पानी से जाहेर बोंगा को नहलाया गया और सरसों तेल लगाया गया। इसके उपरांत अरवा चावल, महुआ फूल,सखुआ फुल, गुड़, हंडिया, पानी अर्पण करते हुए नायके हड़ाम बंशीलाल मांझी और कुडम नायके हड़ाम प्रभु मांझी द्वारा सिम बोंगा का (मुर्गा मुर्गी) बली दिया गया।
वहीं पूजा में शामिल मांझी हड़ाम सीताराम किस्कू, पराणिक संजीव सोरेन, जोगवा अजय किस्कू ने गांव के सुख शांति व समृद्धि के लिए सामुहिक रूप से प्रार्थना किया। पूजा समाप्ति के बाद गांव के ग्रामीणों के द्वारा ही महाप्रसाद सोड़े बनाया गया और उपस्थित गांव के महिला, पुरुष, युवा, युवती, बच्चों के बीच वितरण कर ग्रहण किया गया।
इसके पश्चात नायके हड़ाम बंसीलाल मांझी के द्वारा सभी ग्रामीणों को एक एक कर सखुआ फूल आशीर्वाद स्वरूप दिया और इसे प्राप्त कर सभी ने अपने कानों में खोंसा। अपने पारंपरिक संथाली वेशभूषा पहने मांदर के थाप पर प्रकृति पर्व बाहा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
अवसर पर राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के क्षेत्रीय सचिव राजू यादव ने कहा कि सरहुल पर्व प्रकृति से जुड़ा पर्व है। जो यह दर्शाता है कि प्रकृति के बिना मानव जीवन की कल्पना करना गलत होगा। अगर प्रकृति के साथ छेड़छाड़ की जाती है तो उसका नुकसान सीधे तौर पर मानव को भुगतना पड़ेगा।
बाहा परब कार्यक्रम में मुख्य रूप से मांझी हड़ाम सीताराम किस्कू, राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के क्षेत्रीय सचिव राजू यादव, नायके हड़ाम बंसीलाल पवरिया,कुड़म नायके हड़ाम प्रभु बेसरा, पराणिक हड़ाम संजीव सोरेन, जोगवा हड़ाम अजय किस्कू, महादेव बेसरा, पंचायत समिति सदस्य गीता देवी, फूलमती देवी, तेतरी देवी, शांति देवी, फुल मूनी देवी, रुसूमणी देवी, कानू मरांडी, कंचन मांझी, रमेश किस्कू, रवि पवारिया, सुरेश किस्कू, जतरू बेसरा, पुरण टुडू, राजेंद्र किस्कू, लालदेव सोरेन, शिगू हेम्ब्रोम, मनु टुडू, हेमलाल बेसरा, सोमरा किस्कू, प्रभु किस्कू, आनंद टुडू, सुरेंद्र हेमब्रॉम, विकास किस्कू, छोटू सोरेन, जीतू मुर्मू, बरियत किस्कू, मोहन मांझी, राम बेसरा, विक्की पवारिया, देवा हेमब्रॉम, अजय बेसरा, महेश मांझी, राजेश पवारिया, मनीष हेमब्रॉम, किशन किस्कू, मुकेश बेसरा, भोला किस्कू, रोहित मरांडी, सुनील हेमब्रॉम, रमजीत पवरिया, प्रभु किस्कू, रोशन किस्कू, अजय सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।


