आंध्र प्रदेश से भटक कर भुरकुंडा पहुंची वृद्धा आज ट्रेन से वापस होगी रवाना
महाप्रबंधक अजय सिंह की पहल से लोगों में हर्ष, जता रहे आभार |
रामगढ़: आंध्रप्रदेश से भटककर भुरकुंडा पहुंची वृद्धा भाग्यलक्ष्मी को घर वापस भेजने की तैयारी हो रही है। सीसीएल बरका-सयाल प्रक्षेत्र के महाप्रबंधक अजय सिंह की पहल पर महिला को आंध्रप्रदेश ले जाया जाएगा और परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा।
बीते पांच दिन पूर्व आंध्रप्रदेश की रहनेवाली वृद्धा भाग्यलक्ष्मी भटक कर भुरकुंडा पहुंच गई। हिंदी बोल और समझ नहीं पाने पर उनकी पहचान और परिजनों का पता नहीं चल पाया। जिसके बाद स्थानीय लोगों की पहल पर सीसीएल के आदर्श क्षेत्रीय अस्पताल में रखा गया। साथ ही स्थानीय लोगों ने खोजबीन भी जारी रखी। सोशल मीडिया पर भी वृद्धा की पहचान कराने का प्रयास किया गया। लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी।
इधर, सोमवार की सुबह सीसीएल बरका-सयाल के महाप्रबंधक अजय कुमार सिंह भुरकुंडा सीसीएल अस्पताल पहुंचे और मामले की पूरी जानकारी ली। वहीं आंध्रप्रदेश के रहनेवाले बी.जी.आर कंपनी के दो स्टाफ ने वहां की भाषा में भाग्यलक्ष्मी से बातचीत कर उनका एड्रेस जाना। बताया गया कि वृद्धा आंध्रप्रदेश के राजमुंदरी के निकट समालकोट की रहनेवाली है। इसपर महाप्रबंधक ने पहल करते हुए वृद्धा को घर पहुंचाने की पहल की। उनके दिशानिर्देश पर रेल टिकट सहित घर पहुंचाने तक की सारी व्यवस्था कर दी गई है। इधर, पांच दिन बाद घर वापसी की जानकारी मिलने पर खुशी से वृद्धा भाग्यलक्ष्मी की आंखों मे खुशी के आंसू और मुस्कुराहट वापस लौट आई है।
महाप्रबंधक की ओर से उपलब्ध कराये जा रहे वाहन पर भाग्यलक्ष्मी को दोपहर 02:00 बजे भुरकुंडा से रांंची के हटिया ले जाया जाएगा। हटिया स्टेशन 04:15 बजे ट्रेन पर वे राजमुंदरी (आंध्रप्रदेश) रवाना होंगी। वृद्धा के सहयोग और देखभाल के लिए सीसीएल बरका-सयाल प्रक्षेत्र अंतर्गत काम कर रही बी.जी.आर कंपनी के स्टाफ श्रीनिवासन भी साथ जाएंगे, जो स्वयं मूलरूप से आंध्रप्रदेश के रहनेवाले हैं।
महाप्रबंधक अजय सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह पहल सिर्फ हमारा नहीं है। हमारे भुरकुंडावासियों का है, हमारी टीम का है। यह हमारे लोगों की उपरवाले से गई प्रार्थना है जो हमलोगों को अच्छे काम करने और एक दूसरे का सहयोग करने की प्रेरणा देती हैं।
वहीं भुरकुंडा पंचायत के मुखिया अजय पासवान ने कहा कि जीएम अजय सिंह की पहल की जितनी सराहना की जाए कम है। भुरकुंडा क्षेत्र के कई लोग वृद्धा की पहचान को लेकर काफी प्रयास कर रहे थे। सोशलमीडिया पर भी तस्वीरें साझा करके भी कोशिश की जा रही थी। महाप्रबंधक के सहयोग से वृद्धा अपने परिजनों से मिल सकेगी, यह सभी के लिए बेहद खुशी की बात है।
बहराल, यह कोल इंडिया की सीसीएल है, जिसका चौड़ा सीना अपने-पराये में भेद किए बिना सहयोग के लिए हमेशा तन जाता है। जिसके विशाल कंधे वर्षों से सामाजिक जिम्मेदारियों का बोझ बखूबी उठा रहे है। कहने को इलाके में बड़े रहनुमा भी हैं और उनके नुमाइंदे भी। सेवा ने नाम पर जिनकी रीढ़ अक्सर झुकी मिलती है।