रामगढ़: सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ (संबद्ध भारतीय मजदूर संघ) ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को सीसीएल बरका-सयाल महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने मजदूरों की ज्वलंत समस्याओं और उनकी सुविधाओं को लेकर विचार साझा किया। इसके साथ ही मजदूर हित में संघ की सभी मांगों पर अविलंब पहल करने की मांग की गई। इसके उपरांत महाप्रबंधक को केंद्रीय कोयला मंत्री और कोयला सचिव के नाम 17 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बरका-सयाल क्षेत्रीय अध्यक्ष हरिनाथ महतो और संचालन क्षेत्रीय सचिव शंभू सिंह ने किया। अवसर पर मुख्य रूप से सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ के महामंत्री शशिभूषण सिंह, बीएमएस जिला मंत्री शिवशंकर सिंह, वरीष्ठ नेता भवानी प्रसाद, जेपी अग्रवाल, लक्ष्मी प्रसाद उपस्थित रहे।

धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए महामंत्री शशिभूषण सिंह ने कहा कि कोयला उद्योग में 50 वर्षों से अनुभवी कर्मियों ने देश को उर्जा प्रदान करने में सतत प्रयास किया है। लेकिन वर्तमान में ठेका, आउटसोर्सिंग और एमडीओ के माध्यम से काम कराने पर जोर दिया जा रहा है। कोयला खनन में नियमित कर्मचारी की भागीदारी न्यूनतम 50 प्रतिशत सुनिश्चित किया जाना चाहिए। कहा कि बड़ी संख्या में अनुभवी नियमित कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। ऐसे में नियमित गैर अधिकारी कर्मचारियों की भर्ती होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया नहीं की जा रही है, खनन कार्य में सुरक्षा मानकों का पालन भी नहीं किया जा रहा है। मांगों पर पहल नहीं किए जाने पर संघ बड़े स्तर पर आंदोलन के लिए भी तैयार है। 

मौके पर क्षेत्रीय कोषाध्यक्ष श्रीकांत गुप्ता, भुरकुंडा शाखा अध्यक्ष नौशाद आलम, भुरकुंडा शाखा सचिव अनिल पासवान, बिरसा शाखा अध्यक्ष दिनेश मुंडा, बिरसा शाखा सचिव संतोष पांडेय, उरीमारी शाखा सचिव सुभाष चंद्र ओझा, भुवन राम, सुरेंद्र तिवारी, ललन कुमार, राहुल राय, रविशंकर सिंह, सरोज कुमार राणा, जयनारायण प्रसाद मेहता, शिव पूजन सिंह, दिनेश करमाली, सुखु मांझी, सुखचैन सिंह, रंजीत मुंडा, उदय उरांव, अमित कुमार, प्रदीप कुमार, जगमोहन बेदिया, सिराजुद्दीन अंसारी, अर्जुन भर, शुभम कुमार, अफरोज, दशाराम मांझी, राजकुमार, सत्येंद्र चौधरी, रंजीत तिवारी, रितेश कुमार राय, मो. दानिश, धीरज कुमार, राजू उरांव, नीरज, ललकु करमाली, भीम महतो, संजय कुम्हार, सीताराम हेंब्रम,  अमरदीप, विनोद साव, लक्ष्मीनारायण प्रसाद, घनश्याम कुमार, दशरथ मांझी, भवानी शंकर प्रसाद, कुमार देवेंद्र शरण, भाभोग्रही महांतो, कन्हैया सिंह, वीणा कुमारी, गीता कुमारी सहित अन्य मौजूद रहे।

 

ये हैं 17 सूत्री मांगें

1. सभी अंडरग्राउंड खदानों में मैनराइडर, सभी खदानों में पीने के पानी की व्यवस्था, महिला एवं पुरुष कर्मियों के लिए अलग शौचालय के साथ ही अंडरग्राउंड खदानों में शौचालय की व्यवस्था की जाए।

2. नियमित गैर अधिकारी कर्मियों की भर्ती किया जाए। 

3. नियमित कर्मचारियों की भागीदारी न्यूनतम 50% सुनिश्चित किया जाए।

4. कोल इंडिया, सिंगरेणी और नैवेली में कार्यरत सभी ठेका मजदूरों को एच.पी.सी. वेजेस, सामाजिक सुरक्षा, चिकित्सा सुविधा, आवासीय व्यवस्था, जॉब सुरक्षा, सालाना बोनस (पी.एल.आर.), सी.एम.पी.एफ. भुगतान एवं अन्य सभी मूलभूत सुविधाओं का पुख्ता क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।

5. सुरक्षा नियमों के धड़ल्ले से हो रहे उल्लंघन पर रोक लगाते हुए सुरक्षा नियमों का शत-प्रतिशत पालन किया जाए।

6. अंधाधुंध उत्पादन टारगेट से हो रहे प्रक्षण एवं असुरक्षित माइनिंग पर यथाशीघ्र अंकुश लगाया जाए ।

7. सी.एम.पी.एफ. संगठन को सुचारित किया जाए।

8. कोल इंडिया और उसकी सभी अनुषांगिक कंपनी में एवं सिंगरेनी और नैवेली में मल्टी-स्पेशालिटी अस्पताल का निर्माण किया जाए ।

9. सेवानिवृत्त कर्मियों के CPRMS स्कीम में कैशलेस इलाज सुनिश्चित किया जाए और सभी सेवानिवृत्तकर्मियों को स्मार्ट कार्ड यथाशीघ्र प्रदान किया जाए। 

10. कोल इंडिया के सभी अनुषांगिक कंपनी और सिंगारेणी एवं नैवेली कंपनी में एक जैसा सदस्यता सत्यापन /चेक ऑफ सिस्टम, आई. आर. प्रणाली सुनिश्चित किया जाए ।

11. कोल इंडिया मख्यालय में मानव संसाधन विभाग के प्रशासन और कोल इंडिया की कछ अनषांगिक कंपनी के प्रशासन में प्रक्षालन करते हुए कार्य कुशलता बढ़ा कर पक्षपाती रवैये को यथाशीघ्र बंद किया जाए।

12. रिस्ट्रिक्टेड सर्टिफिकेट धारक माइनिग संवर्ग के गैर अधिकारी से अधिकारी वर्ग में पदोन्नति किया जाए ।

13. MDO/100% आउटसोर्सिंग/Profit Sharing पर तत्काल रोक लगाया जाए।

14. कोल उद्योग में महिलाओं के लिए आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाए।

15. भूमि अधिग्रहण पॉलिसी में आवश्यक सुधार किया जाए ।

16. कोल इंडिया एवं उसकी सभी अनुषांगिक कंपनियों में APEX JCC/JCC/WELFARE/SAFETY जैसे मुख्य बोर्ड समितियों की बैठके नियमित रूपसे आयोजित कि जाए।

17. STANDING COMMITTEE ON SAFETY IN COAL MINES की नियमित बैठकें आयोजित की जाए।

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