PVUNL पतरातू ने आयोजित की प्रेसवार्ता, CEO ने भावी योजनाओं को किया साझा

रामगढ़: पीवीयूएनएल पतरातू के तत्वावधान में सोमवार को प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें वर्ष 2024 की उपलब्धियों और भावी योजनाओं को साझा किया गया। इसके साथ ही पीवीयूएनएल के अधिकारियों ने पत्रकारों के साथ केक काटकर नव वर्ष का स्वागत किया।  

प्रेसवार्ता में पीवीयूएनएल के सीईओ आर.के. सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे। उनके साथ अनुपम मुखर्जी (जीएम प्रोजेक्ट), देवदीप बोस (जीएम ओएंडएम), मनीष खेड़ापाल (जीएम मेंटेनेंस), आलोक कुमार (एजीएम टीएस), संजय कुमार (सीएमओ), नागेंद्र मिश्रा (सीएफओ), जीवनेंदु महापात्र (डीजीएम माइनिंग) और  जियाउर रहमान (एचओएचआर) मौजूद रहे। 

पीवीयूएनएल के सीईओ आरके सिंह ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पीवीयूएनएल के तहत पहले फेज में हम 800 मेगावाट की तीन यूनिट को लगा रहे हैं। इसकी पहली यूनिट को जनवरी में सिंक्रोनाइज करेंगे। इस फाइनेंशियल ईयर इसका कॉमर्शियल डिक्लेरेशन कर पूरी तरह से बिजली उत्पादन शुरू कर देंगे। पहले फेज के 2400 मेगावाट का 85% झारखंड सरकार को देना है और बाकि 15% सेंट्रल कोटा में जाएगा।

उन्होंने कहा कि सितंबर 2025 में दूसरा यूनिट और दिसंबर 2025 में तीसरा यूनिट स्थापित किया जाएगा। इस तरह वर्ष के अंत तक पहले फेज के तहत 2400 मेगावाट के प्लांट से बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा। जिसके बाद दूसरे फेज के 1600 मेगावाट का प्लांट स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

आगे उन्होंने बताया कि परियोजना के लिए कोयला लातेहार डिस्ट्रिक्ट के बरहरदी कोल माइंस से आएगा। इसकी कुल क्षमता 250 मीलियन मिट्रिक टन की है। इस परियोजना की एक वर्ष में अधिकतम उत्पादन क्षमता 12 मिलियन मिट्रिक टन है। खदान में उत्पादन होने में फिलहाल एक से डेढ़ का समय लग सकता है। अभी हमारा बीसीसीएल और सीसीएल से एग्रीमेंट है, जिसके तहत कोयले की सप्लाई हो रही है।

वहीं पीवीयूएनएल में रोजगार के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि 70 प्रतिशत झारखंड के लोग यहां कार्यरत हैं। जिसमें रामगढ़ जिले से लगभग 30 प्रतिशत लोग हैं। जिसमें 20 से 25 प्रतिशत लोग पतरातू और आसपास के क्षेत्र से है। क्षेत्र के लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है। योग्यता के आधार पर कॉन्ट्रैक्ट के द्वारा नौकरी दी जा रही है। इसके साथ ही पीटीपीएस प्लांटके टेक ओवर के दौरान काम करनेवाले तकरीबन 500 झारखंड सरकार के कॉन्ट्रैक्ट वर्करों को भी हमलोग साथ लेकर चल रहे हैं। उनका भी स्किल डेवलपमेंट कराने का काम किया जा रहा है।

वहीं सीएसआर की भावी कार्य योजना के संबंध में उन्होंने बताया कि कंपनी द्वारा आसपास के क्षेत्र में सड़क, स्कूल बिल्डिंग कंकरीट रोड कम्युनिटी हॉल बच्चो के स्पोर्ट्स आदि में अब तक किसी सीधी बजट में 17 करोड़ का खर्च किया जा चुका है और 20 करोड़ का खर्च करना बाकी है आवश्यकता अनुसार और प्राथमिकता के आधार पर खर्च किए जाएंगे।

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