पश्चिमी सिंहभूम: चाईबासा पुलिस अधीक्षक कार्यालय सभागर में रविवार को पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता की अध्यक्षता में नक्सली परिदृश्य में समीक्षा बैठक की गई। जिसमें पुलिस महानिरीक्षक, सीआरपीएफ झारखण्ड सेक्टर, पुलिस महानिरीक्षक दक्षिणी छोटानागपुर प्रक्षेत्र, पुलिस महानिरीक्षक (अभियान), पुलिस उप-महानिरीक्षक, सिंहभूम (कोल्हान) क्षेत्र, चाईबासा, पुलिस उप-महानिरीक्षक (परिचालन), सीआरपीएफ चाईबासा, पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा एवं समादेष्टा, सीआरपीएफ 134/197/174 और कोबरा बटालियन 209 के अधिकारी शामिल रहे।
बैठक में वामपंथी उग्रवाद के सम्पूर्ण उन्मूलन हेतु व्यापक रूप से समीक्षा की गयी। समीक्षा के क्रम में पुलिस महानिदेशक ने भाकपा (माओवादी) के विरूद्ध कारगर अभियान चलाने और माओवादी घटनाओं की रोकथाम हेतु सख्त निर्देश दिये।
उन्होंने आम नागरिकों के शिकायतों का त्वरित एवं प्रभावकारी ढंग से निराकरण करने एवं पुलिस और नागरिकों के बीच बेहतर समन्वय हेतु मुण्डा, मानकी, पत्रकार एवं ग्रामीणों से सम्पर्क स्थापित कर आम जनता की परेशानियों को सुनने एवं त्वरित कार्रवाई करने हेतु सभी थाना प्रभारी / अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी निर्देशित किया। उन्होंने आम जनता से दुर्व्यवहार करने वाले पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों के विरूद्ध कठोर अनुशासनिक कार्रवाई करने की बात कही।
वहीं पुलिस महानिदेशक ने लम्बे समय से एक स्थान पर पदस्थापित मुंशी, गार्ड तथा पुलिस निरीक्षक/अनमुंडल पुलिस पदाधिकारी के प्रवाचक / अंगरक्षक समय-समय पर स्थानांतरण करने हेतु निर्देश दिया। साथ ही नक्सलियों की गतिविधि पर अंकुश लगाने हेतु नक्सलियों को आवश्यक सामाग्री एवं सहयोग कराने वाले एवं आपूर्तिकर्ता को चिन्हित करते हुए उनपर विधि-सम्मत् आवश्यक कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया गया है।
पुलिस महानिदेशक ने सभी थाना प्रभारी / अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को नक्सल दस्ता के संबंध में विस्तृत जानकारी एवं डॉक्यूमेंटेशन कर अपने सभी अधिनस्थ पुलिस पदाधिकारी / कर्मियों अपने स्तर से “Know your Enemy एवं Know your Friends” के सिद्धांत का पालन करते हुए नक्सली समर्थक, पुलिस के समर्थक एवं अन्य प्रकार के समर्थक को वर्गीकृत कर अपेक्षित कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया है।
वहीं पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा जिलन्तर्गत नक्सल हिंसा मे मृत आम नागरिक के आश्रितों को समुचित झारखण्ड सरकार की योजना के अन्तर्गत समुचित लाभ उपलब्ध कराने हेतु तत्परता से कार्य करने और सभी लंबित मामलों को प्राथमिकता पर निष्पादित कराने हेतु सभी थाना प्रभारी / अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को निर्देशित किया गया।
घोर उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में सामुदायिक पुलिसिंग के तहत विभिन्न प्रकार के शैक्षणिक एवं स्वास्थ्य से संबंधित कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही घोर उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों को आधुनिक शिक्षा प्रणाली से जोड़ने के लिए डिजिटल/ऑडियों विजिबल (एल०ई०डी० स्क्रीन) / प्रोजेक्टर इत्यादि का उपयोग करते हुए वृहत स्तर पर सुदूरवर्ती क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया गया है।
9. महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक महोदय के द्वारा सभी को निर्देशित किया गया कि नक्सलियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान और सरेंडर पॉलिसी को और प्रभावी बनाते हुए इसका व्यपाक प्रचार-प्रसार करते हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में साकेत कुमार सिंह, पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ झारखण्ड सेक्टर, अखिलेश झा पुलिस महानिरीक्षक, दक्षिणी छोटानागपुर प्रक्षेत्र, अमोल विनुकांत होमकर पुलिस महानिरीक्षक (अभियान), इन्द्रजीत महथा पुलिस उप-महानिरीक्षक झारखंड जगुआर (एसटीएफ), कार्तिक एस, पुलिस उप-महानिरीक्षक विशेष शाखा झारखण्ड, मनोज रतन चौथे पुलिस उप-महानिरीक्षक सिंहभूम (कोल्हान) क्षेत्र, जयदीप केशरी, पुलिस उप-महानिरीक्षक सीआरपीएफ जमशेदपुर अतिरिक्त प्रभार पुलिस उप-महानिरीक्षक (परिचालन) सीआरपीएफ चाईबासा सहित अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारी उपस्थित रहे।