बड़कागांव: विस्थापित समिति न्यू बिरसा पोटंगा की बैठक न्यू बिरसा पोटंगा अवस्थित विस्थापित कार्यालय में शनिवार को हुई। बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष सूरज बेसरा एवं संचालन समिति के सचिव जीतन मुंडा ने किया।

बैठक में सयाल स्थित बरका सयाल महाप्रबंधक कार्यालय को सीसीएल प्रबंधन द्वारा भुरकुंडा के रिवर साइड में स्थानांतरित करने का निर्णय उचित नहीं है। सीसीएल प्रबंधन के इस निर्णय का विस्थापित समिति न्यू बिरसा पोटंगा पुरजोर विरोध करती है। विस्थापित समिति न्यू बिरसा सीसीएल प्रबंधन से मांग करती है कि जीएम ऑफिस बरका सयाल को उरीमारी के डीएवी मैदान के आस पास स्थानांतरित किया जाय।

मौके पर विस्थापित समिति न्यू बिरसा के संरक्षक सह केंद्रीय सचिव झामुमो सह संथाल समाज दिशोम मांझी परगना के महासचिव सोनाराम मांझी ने कहा कि न्यू बिरसा परियोजना बरका-सयाल प्रक्षेत्र की लाइफ लाइन परियोजना है। बरका सयाल क्षेत्र में कार्यरत कुल कर्मियों में न्यू बिरसा, बिरसा एवं उरीमारी परियोजना में सबसे अधिक 75 प्रतिशत मजदूर कार्यरत हैं। कोयला का उत्पादन और डिस्पैच भी इन तीनों परियोजना में अधिक है। ऐसे में महाप्रबंधक कार्यालय को भुरकुंडा के रिवर साइड में स्थानांतरित करना उचित नहीं है।

समिति के अध्यक्ष सूरज बेसरा ने कहा कि यदि सीसीएल प्रबंधन द्वारा मांगे नहीं मानी गई तो बाध्य होकर न्यू बिरसा, बिरसा एवं उरीमारी के कोयला को बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। महाप्रबंधक कार्यालय को उरीमारी क्षेत्र में स्थानांतरण को लेकर समिति चक्का जाम एवं आर पार की लड़ाई लड़ेगा। जिसकी सम्पूर्ण जवाबदेही सीसीएल प्रबंधन की होगी।

बैठक में मुख्य रूप से समिति के सचिव जीतन मुंडा, जिला उपाध्यक्ष झामुमो हजारीबाग संजय करमाली, रैयत विस्थापित मोर्चा बरका सयाल क्षेत्रीय सचिव मोहन सोरेन, विश्वनाथ मांझी, झानाराम सोरेन, संतोष कुमार सिंह, गणेश गंझू, बिनोद हेंब्रम, लेचा मांझी, पप्पू मांझी, झरी करमाली, लालू मुंडा, महावीर मुर्मू, विजय सोरेन, अजय करमाली, अजय मरांडी, अजय बेसरा, बंशी मुर्मू, सन्नी सोरेन, बाबू गंझू, खैटा मुंडा, प्रेम सोरेन, पंकज हेंब्रम, सुखराम बेसरा सहित कई लोग मौजूद थे।

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