उरीमारी (हजारीबाग): विस्थापित समिति न्यू बिरसा पोटंगा के द्वारा समिति कार्यालय पोटंगा में दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया। शोक सभा में समिति के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर दो मिनट का मौन रख उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया।

मौके पर झामुमो के केंद्रीय सदस्य सह विस्थापित नेता सोनाराम मांझी ने कहा कि शिबू सोरेन का जन्म 11 जनवरी 1944 को रामगढ़ जिला के नेमरा गांव में हुआ था। उनकी स्कूली शिक्षा के दौरान उनके पिता की सूदखोरों के द्वारा हत्या कर दी गई थी। वह 18 वर्ष की आयु में ही संथाल नवयुवक संघ का गठन किया और सभी आदिवासियों, दलितों एवं पिछड़ों को हक अधिकार लेने के लिए पूरी तरह राजनीति में सक्रिय हो गए। उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठन किया।

शोक व्यक्त करने वालों में विस्थापित समिति न्यू बिरसा पोटंगा अध्यक्ष सूरज बेसरा, सचिव जीतन मुंडा, कोषाध्यक्ष संजय करमाली, मोहन सोरेन, मनोज मुण्डा, गणेश गंझू, विश्वनाथ मांझी, बिनोद हेम्ब्रोम, सन्नी सोरेन, रविन्द्र सोरेन, झन्नाराम सोरेन, रैना मांझी, लेचा मांझी, झरी करमाली, अजय मरांडी, मनुलाल सोरेन, मानाराम टुडू, राजेन्द्र गंझू, पप्पुलाल मांझी, अजय करमाली, पंकज हेम्ब्रोम, आनंद बेसरा, विजय सोरेन, प्रेम सोरेन, संजय सोरेन, बंशीलाल मुर्मू, विजय टुडू, राजेश मुर्मू, अशोक करमाली, सुनील सोरेन सहित कई लोग मौजूद थे।

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