जिला स्वास्थ्य समिति के खाते से अवैध भुगतान पर उपायुक्त ने की प्रेसवार्ता
• विगत एक वर्ष में लगभग 1 करोड़ की राशि की अवैध निकासी की पुष्टि
• 10 करोड़ से अधिक के गबन की संभावना
• अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित
रामगढ़: राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति रामगढ़ के खाते से वेतन भुगतान में अनियमितता के तथ्य सामने आने पर मंगलवार को उपायुक्त चंदन कुमार ने जिला समाहरणालय स्थित एनआईसी कक्ष में प्रेस वार्ता की।
इस दौरान उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि रामगढ़ जिला अंतर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के खाते से लंबे समय से फर्जी रूप से चिकित्सकों के नाम से वेतन निकासी करने का बड़ा मामला जिला प्रशासन के समक्ष आया है।
जिसमें प्राथमिक जांच में विगत 15-16 महीने में पांच ऐसे चिकित्सक डॉ. राहुल कुमार, डॉ. संगीता बारीक, डॉ. वीणा कुमारी, डॉ. टी चक्रवर्ती और सरिता कुमारी जिन्होंने कभी भी रामगढ़ जिले में सेवाएं नहीं दी हैं, जबकि इनके नाम से लगभग 1 करोड़ रुपए से अधिक की राशि वेतन के नाम पर निकासी की गई है।
उपायुक्त ने कहा कि प्राथमिक जांच के दौरान पाया गया कि रामगढ़ जिले में ही स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आदेशपाल अमजद हुसैन और उनकी पत्नी के नाम पर ही उक्त पांच नाम से खाते संचालित है। मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है। वहीं इस तरह के अन्य मामलों की भी संभावना है। तकरीबन 10 करोड़ रुपए से अधिक की राशि के गबन संभावना है, जिसकी गहन जांच हेतु जिला स्तर पर अनुमंडल पदाधिकारी आशीष गंगवार की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है।
वहीं उपायुक्त द्वारा समिति को निर्देश दिया गया है कि जिला स्वास्थ्य समिति रामगढ़ द्वारा सभी योजनाओं के अंतर्गत अब तक किए गए सभी भुगतान (योजना, वेतन इत्यादि) की विस्तृत जांच कर जांच प्रतिवेदन एक सप्ताह के अंदर उपायुक्त को निश्चित रूप से उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही ऐसे सभी अवैध निकासी के संबंध में उचित कार्रवाई हेतु प्रतिवेदित करेंगे।