प्रकृति और मानव के बीच गहरे संबंध का प्रतीक है करम पूजा: सीपी राधाकृष्णन
रांंची: राज्यपाल सह झारखंड के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन ने रांंची विश्वविद्यालय में आयोजित करम महोत्सव में भाग लिया। उनके आगमन पर फूलमाला से उनका स्वागत किया गया। राज्यपाल करम पूजा में शामिल हुए। पूजा के उपरांत नृत्य-संगीत पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जहां पारंपरिक वेशभूषा में लोक कलाकारों और छात्र-छात्राओं ने मनमोहक प्रस्तुति दी। अवसर पर राज्यपाल ने भी मांदर बजाया। इस दौरान उपस्थित सभी लोग आनंद में सराबोर झूमते-थिरकते रहे।
वहीं महोत्सव को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि ‘करमा पूजा’ प्रकृति और मानव के बीच के गहरे व अटूट रिश्ते को दर्शाता है। इसमें आदिवासी समाज की संस्कृति और परंपरा निहित है। यह पर्व समाज को एकजुट कर पारंपरिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करता है। ऐसे उत्सव हमारी महान आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं के प्रतीक हैं।
मौके पर सांसद संजय सेठ, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अजीत कुमार सिन्हा सहित कई विश्वविद्यालयों के कुलपति और रांंची विश्वविद्यालय के कई विभागों के प्रोफेसर और छात्र-छात्राएं शामिल रहे।