भाजपा ने वीडियो जारी कर सीएम के प्रधान सचिव पर कार्रवाई की मांग की
रांची: भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश कार्यालय में रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें विधायक दल के नेता पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव राजीव अरुण एक्का पर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।
यहां मीडिया के सामने एक वीडियो चलाया गया। जिसके बाद बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एक दलाल के कार्यालय में सरकारी फाइल निबटा रहे हैं। यह वीडियो देखने से पता चलता है कि झारखंड में सरकार किस प्रकार चल रही है और कौन लोग इसे चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईडी के छापे से चर्चा में आए दलाल विशाल चौधरी के अरगोड़ा स्थित कार्यालय का यह वीडियो है। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बेशर्मी की कोई सीमा होती है। लेकिन यह इस सीमा को भी लांघ दिया गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भले शर्म नहीं आए लेकिन झारखंड और पूरे देश के लोग यह सोच भी नहीं सकते झारखंड में ऐसे काम भी हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वीडियो में प्रधान सचिव के बगल में खड़ी महिला कोई सरकारी कर्मचारी नहीं है, बल्कि दलाल विशाल चौधरी की निजी स्टाफ है। वीडियो में दलाल विशाल चौधरी की आवाज है जो महिला से पूछ रहा है कि फाइल का पैसा आया है या नहीं।
आगे उन्होंने कहा कि जब सीएम के प्रधान सचिव और महत्वपूर्ण विभाग माने जाने वाले गृह-कारा विभाग के सचिव इस प्रकार से काम कर रहे हैं तो दूसरे विभाग के कारनामों की हम कल्पना भी नहीं कर सकते। दलाल के साथ अधिकारी टेंडर और ट्रांसफर के फाइल निपटाने का काम कर रहे हैं।
वहीं बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इससे पहले इनके दलाल प्रेम प्रकाश के घर मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगे जवानों के दो-दो एके-47 मिलते हैं। मुख्यमंत्री ने इसकी जांच कराने की पहल भी की हो यह मेरी जानकारी में नहीं है। इधर, उनका प्रधान सचिव एक दलाल के यहां सरकारी फाइल निपटा रहा है तो हम समझ सकते हैं झारखंड में क्या चल रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था बिगड़ गई है। आए दिन हत्या और जेल से एक्सटॉर्शन का काम हो रहा है। जब महत्वपूर्ण पदों पर ऐसे लोग रहेंगे तो जनता की सुरक्षा क्या होगी यह समझा जा सकता है। अब इस राज्य को भगवान ही बचाए।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार कहते हैं कि आदिवासी होने के कारण उन्हें परेशान किया जा रहा है। अगर मुख्यमंत्री इनसब में शामिल नहीं हैं, तो जांच क्यों नहीं कराते। वे जांच नहीं करायेंगे तो उपर की एजेंसी को तो जांच करनी ही पड़ेगी।
कहा कि आदिवासियों के लिए कलंक हैं हेमंत सोरेन। अपराधियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। इनके पाप में शामिल नहीं हैं तो पापियों को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर क्यों लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री बिना विलंब किये प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का को बर्खास्त कर उनपर एफआईआर दर्ज कराये। मामले की सीबीआई से जांच कराने का आदेश दें।
वहीं बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल महामहिम राज्यपाल को वीडियो सौंंप सीबीआई से जांच कराने की अपील करेगा। साथ ही ईडी को भी वीडियो सौंपकर जांच की मांग की जाएगी।