शबरी माता की पूजा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु हुए शामिल
रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का हुआ आयोजन
रामगढ़: अरगड्डा सामुदायिक भवन के प्रांगण में सोमवार को झारखंड भुईयां समाज विकास समिति ने शबरी जयंती समारोहपूर्वक मनाया। जिसमें रामगढ़ और हजारीबाग जिला से बड़ी संख्या में भुईयां समाज के लोग शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष आजाद भुईयां ने किया। वहीं संचालन गोविंद राम भुईयां और गरीबा भुईयां ने संयुक्त रूप से किया।
अवसर पर सर्वप्रथम पुजारी सुरैया ने विधिवत शबरी माता की पूजा की। वहीं जयकारे के बीच श्रद्धालुओं ने शबरी माता की तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया। इसके उपरांत गणमान्य अतिथियों का मंच पर फूल माला पहनाकर और अंगवस्त्र देकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि झारखंड भुईयां विकास समिति के केंद्रीय अध्यक्ष बासुदेव भुईयां, विशिष्ठ अतिथि नौजवान संघर्ष समिति अध्यक्ष रंधीर गुप्ता, केंद्रीय महासचिव नंदुवीर भुईयां, केंद्रीय कोषाध्यक्ष तेज नारायण भुईयां सहित सुषमा देवी, रामू भुईयां, रोहित कुमार भुईयां, सुदामा राम, जगरनाथ पासवान, नरेश राम, धनेश्वर भुईयां, बैजनाथ राम, गोपाल मुंडा, विजय भुईयां सहित कई गणमान्य मंचासीन रहे। अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से आए बच्चों द्वारा एक से बढ़कर एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। नन्हे मुन्ने बच्चियों ने राम आएंगे गीत पर मनमोहक नृत्य कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अपने अध्यक्षीय भाषण में जिलाध्यक्ष आजाद भुईयां ने सभी अतिथियों और कार्यक्रम में शामिल लोगों का आभार प्रकट किया। कहा कि माता शबरी आस्था की प्रतीक है। जिनकी श्रद्धा और विश्वास के बल से भगवान राम भी उनसे मिलने चले आए थे।
वहीं कार्यक्रम को मंचासीन अतिथियों ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने शिक्षा पर जोर देते हुए नशा से दूर रहने की अपील की साथ ही सामाजिक रूप से एकजुट होकर आगे बढ़ने का आव्हान किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि केंद्रीय अध्यक्ष सह एडवोकेट बासुदेव भुईयां ने कहा कि माता शबरी की जयंती समाज को एक सूत्र में पिरोने का अवसर है। उन्होंने कहा कि समाज की समस्याएं शिक्षा से ही दूर हो सकती है। सभी शिक्षा के महत्व को समझें और बच्चों को शिक्षित जरूर बनाएं। उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों के लिए समाज को एकजुट होना होगा।
कार्यक्रम को सफल बनाने में अनिल राम, सागर भुईयां, अर्जुन भुईयां, सुनील भुईयां, जगदीश भुईयां, सिकंदर भुईयां, विनोद भुईयां, राजेंद्र भुईयां, प्रेम भुईयां, दिलीप भुईयां, करमू भुईयां, नारायण राम, राजेंद्र नायक, छोटेलाल, रंजन भुईयां, गोपी भुईयां, विजय भुईयां, सुमन देवी, धनवंती देवी, नीलम देवी सहित अन्य ने सराहनीय योगदान दिया।