अपनी भाषा और संस्कृति को बचाने की जरूरत: जयराम महतो
बड़कागांव: प्रखंड के महटीकरा गांव में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति बड़कागांव के बैनर तले खतियानी महाजुटान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि टाइगर जयराम महतो उपस्थित रहे जयराम महतो का ढोल नगाड़े एवं फूल माला पहनाकर लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जयराम महतो ने कहा कि हमें झारखंड की भाषा, संस्कृति, नियोजन नीति एवं विस्थापन मुद्दे को लेकर बड़ी लड़ाई लड़ने की जरूरत है। झारखंड अलग राज हुए 23 वर्ष हो गए हैं परंतु जो लाभ हम झारखंडियों को मिलना चाहिए था, वह अब तक नहीं मिल पाया है। हमें बंजारा बनाने की प्रयास किया जा रहा है। 60 अनुपात 40 नियोजन नीति लाई गई है । जिसका हम कड़ा विरोध करते हैं इस लड़ाई में सभी को भाग लेना होगा अन्यथा हमें भीख मांगने पर मजबूर होना पड़ेगा।
कहा कि, झारखंड के विकास के लिए यहां की भाषा और संस्कृति अति अनिवार्य है। सरकार लोकल भाषा को मिटाने का प्रयास कर रही है जिसे हम होने नहीं देंगे। लाठी डंडा हम लोग खाएंगे और बाहर के लोग नौकरी करेंगे ऐसा होने नहीं देंगे।
वही गोंदलपुरा कोल खनन परियोजना को लेकर ग्रामीणों के द्वारा किए जा रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को जयराम महतो ने समर्थन करते हुए कहा कि संयम, हिम्मत और हौसलज के साथ लड़ाई लड़नी होगी। कंपनी ताकतवर है और साम, दाम, दण्ड, भेद नीति लगा कर जमीन छीनने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए सतर्क रहना होगा और आर पार की लड़ाई लड़नी होगी। अगर आज नहीं लड़ेंगे तो आनेवाली पिढ़िया गुलाम हो जाएगी।
जयराम महतो ने कहा कि जल जंगल जमीन पर मालिकाना हक हमारा है। अगर कंपनी या सरकार को कोयला खनन करने के लिए अधिग्रहण करना आवश्यक है, तो जमीन के बदले जमीन दे या बैठकर बात करें ।जमीन हमारी, पूंजी तुम्हारी हिस्सेदारी बराबरी बराबरी हो।
मौके पर मुख्य रूप से शिक्षक मिथिलेश कुमार, टेकलाल कुमार, ईश्वर कुमार महतो, अवधेश कुमार, फुलेश्वर कुमार, सतीश महतो, ईश्वर महतो, अशोक कुमार, तारकेश्वर महतो, ईश्वर महतो, संदीप सोनी, कामेश्वर महतो, ललन यादव, सुरेंद्र कुमार, शिक्षक कुंवर प्रजापति, दिलीप कुमार, किशोर कुमार, राहुल कुमार, अशोक महतो टेकलाल प्रजापति, अजय महतो योगेंद्र महतो, विकास महतो रामचरित्र प्रसाद, प्रदीप कुशवाहा शशि महतो, दिलीप महतो, सुरेंद्र कुमार, पिंटू साव, प्रमोद कुमार, अर्जुन महतो, मोहन महतो, सतीश कुमार सहित कई अन्य मौजूद थे।