रामगढ़: मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ शुक्रवार को बुलाए गये बंद के तहत संयुक्त मोर्चा ने सीसीएल बरका-सयाल महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता विंध्याचल बेदिया एवं संचालन वासुदेव साव ने किया।
मौके पर एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेन्द्र कुमार ने कहा कि देश का सबसे बड़ा घपला चुनावी बांड है चुनावी बांड के जरिए करीब 15000 करोड़ की वसूली की गई। जिसमें 70 से 90 प्रतिशत रुपया बीजेपी को दिया गया और बीजेपी उसे रूपयों को वोट ख़रीदने, एमएलए खरीदने और सरकार को तोड़ने में करती है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह गैर संवैधानिक है इसे बंद करो और बताओ कि किसने किसको कितना पैसा दिया। वहीं 13 मार्च तक चुनाव आयोग के वेबसाइट पर भी दिखने लगेगा कि किस उद्योगपति ने बीजेपी को कितना पैसा दिया और कितना पैसा दूसरे पार्टी को। देश में पहली बार मजदूर और किसान एकजुट होकर भारत बंद किया है। किसान अपने फसल की उचित कीमत मांग रही हैं और मोदी उन किसानों पर गोलियां बरसा रहे हैं। आखिर वह मोदी किसानों की बात क्यों नहीं मान रहे हैं। उसके कारण मोदी के दो दोस्त अडानी और अंबानी है। अडानी आज बड़े-बड़े गोदाम बनाकर किसानों को अनाज खरीदने में लगा है और जब देश पर संकट आएगा तो अडानी इसी अनाज की कालाबाजारी करेगा। अडानी को ज्यादा लाभ दिलाने के लिए किसानों पर गोलियां बरसाया गया। अगर किसान नहीं रहेंगे तो सोचो क्या होगा।
कहा कि किसान अन्नदाता है किसान अनाज पैदा करना बंद कर दे तो देश में हाहाकार मच जाएगा। किसानों के खिलाफ तीन काले कानून बनाए गए। वहीं मजदूरों के खिलाफ चार काला कानून बनाया गया। लेकिन वह कानून अभी लागू नहीं हुआ है। अगर यह लागू हो जाए तो इस तरह मीटिंग नहीं कर पाओगे, ट्रेड यूनियन करना मुश्किल हो जाएगा, हड़ताल करना मुश्किल हो जाएगा। देश के सभी यूनियन एक को छोड़कर सभी इस बात को कह रहे हैं कि मजदूर विरोधी कानून को वापस लो। उन्होंने कहा था कि कसम है मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं बिकने दूंगा मगर एक-एक करके देश की संपत्ति को मोदी बेच रहा है। हवाई जहाज, एयरपोर्ट, कोयला खदान, रेल, तेल, बंदरगाह भेज दिया और किसके हाथ अडानी के हाथ यह देश बिक रहा है।
उन्होंने कहा कि इस बार 2024 में इलेक्शन में मोदी आ गया तो देश में वोट नहीं होगा, इलेक्शन नहीं होगा और यह मैं नहीं कांग्रेस के अध्यक्ष बोल रहे हैं सावधान हो जाओ संभल जाओ 2024 के इलेक्शन में बीजेपी को सात समंदर पार भेज दो। हमें मोदी नहीं चाहिए हमें वह सरकार चाहिए जो जनता की सरकार हो मजदूरों की सरकार हो, किसानों की सरकार हो।
धरना प्रदर्शन के दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया गया।
मौके पर मुख्य रूप से संजीव बेदिया, देवेंद्र सिंह, राम नरेश सिंह, आर पी सिंह चंदेल, सतीश सिन्हा, महादेव मांझी, रामाकांत दुबे, नरेश मंडल, विकास कुमार, संजय वर्मा, संजय शर्मा, अर्जुन सिंह, लखेन्द्र राय, सुदेश प्रसाद, बिनोद मिश्रा,संजय मिश्रा, डॉ जी आर भगत, सुभाष यादव, उदय मालाकार, अनिल सिंह, सदानंद सिंह, इन्द्रदेव राम, संजय कुमार यादव सहित कई यूनियन प्रतिनिधि मौजूद थे।