बड़कागांव: सिदो कान्हू चौक उरीमारी में खतियानी रैयत परिवार के संरक्षक दसईं मांझी के नेतृत्व में हुल दिवस शुक्रवार को मनाया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि बिरसा परियोजना पदाधिकारी डी शिवा दास, विशिष्ट अतिथि बिरसा परियोजना के खान प्रबंधक रामेश्वर मुंडा, केंद्रीय सचिव झारखंड मुक्ति मोर्चा संजीव बेदिया, क्षेत्रीय सचिव यूसीडब्लूयू विंध्याचल बेदिया, बृज किशोर पासवान उपस्थित थे। सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा शहीद सिद्धो-कान्हू के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
मौके पर मुख्य अतिथि बिरसा परियोजना पदाधिकारी डी. शिवा दास ने कहा कि सिद्धो-कान्हू ने जल जंगल जमीन के लिए अपना बलिदान दिया। इनके द्वारा किए गए कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
वहीं केंद्रीय सचिव झारखंड मुक्ति मोर्चा संजीव बेदिया ने कहा कि सिद्धो-कान्हू आदिवासी समाज एवं गैर आदिवासी समाज को एकजुट कर ब्रिटिश सरकार के काला कानून के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उनके साहस और कार्य को हमेशा याद किया जाएगा।
अवसर पर खतियानी रैयत परिवार के संरक्षक दसईं मांझी ने कहा कि सिद्धो-कान्हू, चांद भैरव, फूलो झानो सभी भाई-बहन मिलकर ब्रिटिश सरकार जमींदारों के शोषण के खिलाफ आज ही की तिथि 30 जून को हूल क्रांति की शुरुआत की थी। जिसमें सभी भाई बहनों के साथ साथ हजारों आदिवासी गैर आदिवासी शहीद हुए थे। उन्हीं की याद में हम सभी आज के दिन हूल दिवस के रूप में मनाते हैं।
मौके पर मुख्य रूप से खतियानी रैयत परिवार के अध्यक्ष शनिचर मांझी, सचिव कार्तिक मांझी, सुखू मांझी, रैना मांझी, खेपन मांझी, सुरेश मुर्मू, नकुल प्रजापति, तालों हंसदा, मोहन मांझी, शिकारी टूडू, मनोज सिंह, कृष्णा सोरेन, परमेश्वर सोरेन, जुगल करमाली, भादो करमाली, सुबितराम किस्कू, विनोद सोरेन, जितेंद्र यादव, पूरन मांझी, पुरण टूडू , लालजी पवरिया, सत्यनारायण बेदिया, धनलाल बेदिया, रामलाल बेदिया, सिकंदर सोरेन, मुकद्दर सोरेन, सुशील सोरेन, सहदेव मांझी, जलेश करमाली, सुरेंद्र करमाली, राजा हेंब्रोम, रुस्तम सोहराब , जयविद कुमार, सुरेश प्रजापति, हेमलाल बेसरा, राजू टूडू, सुखलाल मांझी, राजू पवरिया, भवानी शंकर प्रसाद, देवन बेदिया, राजेंद्र बेदिया, छोटेलाल मांझी, संजूल मांझी, मनोज टूडू, कृष्णा हेंब्रोम, मंजीत मुर्मू, प्रेम पवरिया, जितेंद्र मांझी, जीतू मुर्मू, जगरनाथ बेदिया, लक्ष्मण बेदिया, महावीर मरांडी, अजय टूडू, टिंकू करमाली, बोधन करमाली, विजय साव, राजा किस्कू, देव उरांव, दीपक मरांडी, राजेश कुमार सहित कई लोग मौजूद थे।