हजारीबाग: जी.एम. महाविद्यालय के संस्थापक स्व. घनश्याम मेहता की तीसरी पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर महाविद्यालय में पूजन सह शांति पाठ किया गया। उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर 2 मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
प्रखर समाजसेवी, पर्यावरणविद् तथा शिक्षाविद् घनश्याम मेहता अपने प्रखंड में 2007 में महाविद्यालय की नींव रखी थी। उन्होंने शिक्षा की अलख जगाई, उनके द्वारा दी गई शिक्षा, उनके आशीर्वाद से इस महाविद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर छात्रों ने जिला ही नहीं पूरे देश में उपयोगी पद पर योगदान कर राज्य और देश का नाम रौशन कर रहे हैं। उक्त बातें जिला परिषद अध्यक्ष उमेश प्रसाद मेहता ने अपने संबोधन में कहा।
वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता सह समाजसेवी बटेश्वर प्रसाद मेहता ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि शिक्षा के प्रति तथा पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनका काफी लगाव था। वे चाहते थे कि परिवार ही नहीं समाज का एक-एक व्यक्ति शिक्षित हो तथा सभी पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हों। उनकी उसी सोच को देखते हुए इस महाविद्यालय की स्थापना की गई है। जिस पर जी. एम. महाविद्यालय खरा उतर रहा है। स्व. मेहता के सपनों को साकार करने में उनके सुपुत्र शंभू कुमार, विनय कुमार, रोहित कुमार एवं सुजीत कुमार ने दिन दुगुना, रात चौगुना मेहनत कर जी. एम. महाविद्यालय को एक वट वृक्ष का रूप धारण कर छात्र-छात्राओं का भविष्य संवार रहे हैं और उनका साथ दे रहे हैं, यहां के युवा और मेहनती शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारीगण।
अवसर पर सिझुवा उच्च विद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक ने कहा कि एक बार जाने वाले कभी लौटकर वापस नहीं आते, जाने वाले की याद रह जाती है, एक सूरज था जो कि तारों के घराने से उठ गया। पर अच्छे इंसान हमारे दिल में इस तरह जगह बना जाते हैं, कि वे अमर हो जाते हैं ।
घनश्याम मेहता का जीवन संघर्षपूर्ण रहा था। काफी कठिन परिश्रम के बाद इस महाविद्यालय को इस मुकाम तक पहुंचाया। वे हमेशा दूसरों की भलाई के बारे में सोचा करते थे। उनकी इसी सार्थक सोच का परिणाम जी. एम. महाविद्यालय और प्रखंड के वन, बाग बगीचे हैं। उक्त बातें भाजपा के युवा नेता ओम प्रकाश मेहता ने कही। स्व. धनश्याम मेहता की तृतीय पुण्यतिथि पर अपने दिलों में इनके लिए श्रद्धा और सम्मान लिए जिलें भर के प्रबुद्ध समाजसेवी एवं मिडिया कर्मी उपस्थित थे। मौके पर मुख्य रूप से सुनील मेहता, भागवत मेहता, डेगनारायण मेहता, साजिद हुसैन, उमेश राणा, बसंत मेहता, राजेंद्र मेहता, महाविद्यालय के शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारी सहित कई लोग मौजूद थे।