सड़क पर उतरे आक्रोशित ग्रामीण, रांची – चतरा मार्ग किया जाम
• अपराधियों ने मारी थी गोली, मेडिका में चल रहा था इलाज
रांची: लातेहार जिले के पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष और बालूमाथ के कोयला व्यवसाई राजेंद्र प्रसाद साहू की अचानक मौत की खबर से बालूमाथ में शोक की लहर दौड़ गई है। सोमवार (14 अगस्त) की सुबह करीब तीन बजे उन्होंने रांची के मेडिका अस्पताल में अंतिम सांस ली।उनके निधन से बालूमाथ में शोक की लहर है।
वहीं मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने रांची-चतरा मार्ग पर प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम कर दिया है। ग्रामीणों हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। खबर लिखे जाने तक सड़क पर आवागमन बाधित रहा।
जानें क्या है पूरा मामला
बीते 12 अगस्त (शनिवार) की देर शाम जब लातेहार जिले के बालूमाथ में कोयला कारोबारी और बीजेपी के नेता राजेंद्र प्रसाद साहू पर जानलेवा हमला हुआ। अज्ञात अपराधियों ने उनपर अंधाधुंध फायरिंग की, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल इलाज के लिए रांची के मेडिका हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
इलाके के व्यवसायियों में खौफ का माहौल
मिली जानकारी के अनुसार उन्हें जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव के गुर्गों ने धमकी दी थी। उनकी हत्या से इलाके में दहशत का माहौल है। क्षेत्र की विधि-व्यवस्था पर लोग सवाल उठा रहे हैं। संगठित अपराध को लेकर सरकार और पुलिस की कार्यशैली भी सवालों में घिर रही है। बताते चलें कि राजेंद्र प्रसाद साहू जिला परिषद् के उपाध्यक्ष भी रहे हैं, और चतरा लोकसभा क्षेत्र से उन्होंने चुनाव भी लड़ा था। उनकी मौत से व्यवसायियों के मन में भी डर का माहौल बन गया है। लोग राजेंद्र साहु के हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
घटना पर बाबूलाल मरांडी ने व्यक्त की तीखी प्रतिक्रिया
इधर, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने राज्य सरकार को भी निशाना बनाते हुए बोला कि राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। उन्होंने राज्य में मौजूद वर्तमान परिस्थितियों को 90 के दशक के लालू प्रसाद यादव के राज की तरह बताया है। उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ तेज आलोचना की और कहा कि हेमंत सरकार के कार्यक्षेत्र में पुलिस ने अपने प्रमुख कार्य को छोड़कर जमीन कब्जा करने और वसूली करने में ज्यादा समय दिया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ट्रांसफर और पोस्टिंग में वित्तीय लाभ की अनुमति दी जाती है।