रांची: मोदी सरकार द्वारा संसद में पेश किए गए केंद्रीय बजट के विरोध में गुरुवार को राजधानी रांची में राजभवन मार्च निकाला। जिला स्कूल, रांची से मार्च आरंभ होकर अल्बर्ट एक्का चौक होते हुए राजभवन पहुंची। जहां नुक्कड़ सभा कर वाम दलों ने नारेबाजी करते हुए केंद्रीय बजट का विरोध किया।

सभा को संबोधित करते हुए वाम दलों के नेताओं ने केंद्रीय बजट को मजदूरों, किसानों, छात्रों और युवाओं के विरोध में बताया। कहा गया कि बजट पूर्ण रूप से कॉरपोरेट घरानों के हितों की रक्षा करने वाला है। जिसमें श्रमिकों और किसानों के लिए कोई ठोस प्रावधान नहीं किया गया है। सरकार की नई शिक्षा नीति 2020 में शिक्षा पर जीडीपी का 6% खर्च करने का वादा किया गया था। लेकिन इस बजट में शिक्षा के लिए आवंटन को और कम कर दिया गया है। इसी तरह, मनरेगा, जिससे करोड़ों मजदूरों का जीवन यापन होता है, उसमें भी बजट में कटौती कर दी गई है। स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति भी अत्यंत दयनीय बनी हुई है। समा में भाकपा (माले) त्रिलोकी नाथ, सीपीआई के संतोष, सीपीएम के सुखनाथ लोहारा, फॉरवर्ड ब्लॉक के अरुण मंडल ने अपनी बात रखी।

कार्यक्रम का संचालन भाकपा (माले) की केंद्रीय कमेटी के सदस्य सुवंधु सेन ने किया। मौके पर सीपीआई के राज्य सचिव महेंद्र पाठक, सीपीएम के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव, भाकपा (माले) की केंद्रीय कमेटी के आरडी मांझी, मोहन दत्त, नंदिता भट्टाचार्य, शांति सेन, ऐती तिर्की, भीम साव सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।

 

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