बड़कागांव: एलएंडटी कंपनी में कार्यरत 43 विस्थापित मजदूरों को एलएंडटी कंपनी द्वारा बिना नोटिस के काम से निकाले जाने के विरोध में विस्थापित मजदूरों ने करीब पांच घंटे काम बंद करा दिया। विस्थापित मजदूरों का नेतृत्व रैयत विस्थापित मोर्चा बिरसा शाखा के अध्यक्ष पप्पूलाल मांझी ने किया। मजदूरों ने बताया कि एल एंड टी कंपनी मनमानी काम कर रही है। कंपनी द्वारा जब मन तब विस्थापित मजदूरों को काम से निकाल दिया जा रहा है।

रैविमो बिरसा शाखा अध्यक्ष  पप्पूलाल मांझी ने कहा कि एल एंड टी कंपनी विस्थापित मजदूरों के साथ अन्याय कर रही है। एल एंड टी कंपनी द्वारा विस्थापित मजदूरों को ही बिना नोटिस के काम से निकाला जाना सरासर ग़लत है। जिससे रैयत विस्थापित मोर्चा कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। मजदूरों के द्वारा 5 घंटे बंद रहने के बाद बिरसा परियोजना पदाधिकारी, मैनेजर एवं एलएंडटी कंपनी के कांट्रेक्टर के साथ सकारात्मक समझौता हुआ। जिसके बाद एलएंडटी कंपनी द्वारा पुनः 43 मजदूरों को  काम में लगाया गया।

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काम बंद कराने वालों में मुख्य रूप से राजेंद्र मुंडा, अनिल मांझी, बिनोद मांझी, राकेश हंसदा, बबलू मुंडा, राजा मुर्मू, पोटरा मुर्मू, छोटेलाल करमाली, जीवन, खिरोधर, विशेश्वर, सुखराम, मोहिल, सिकेन्द्र, राम हंसदा, बब्लू मुर्मू, राजेंद्र, धनीराम, विक्रम, राजेश मुर्मू, छोटेलाल टुडू, बिनोद, पवन, आकाश, निर्मल, बब्लू मुंडा, फागू मुंडा, शुभम, महालाल सहित कई विस्थापित मजदूर शामिल थे।

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