| एनसीएल को 3-1 से हराया |
टीम वर्क से दूर होती हैं बाधाएं, सफलता की राह हो जाती है आसान : सीएमडी
रांची: सीसीएल के गांधीनगर क्रीड़ांगन में मंगलवार की रात तीन दिवसीय सीआईएल अंतर कंपनी वॉलीबॉल प्रतियोगिता 2024 फाइनल मैच और पुरस्कार वितरण समारोह के साथ संपन्न हुआ। प्रतियोगिता के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सीसीएल के सीएमडी निलेंदू कुमार सिंह और विशिष्ट अतिथि डायरेक्टर पर्सनल एच.एन. मिश्रा मौजूद रहे।
फाइनल मैच एनसीएल और एमसीएल की टीमों के बीच हुआ। जिसमें एमसीएल ने 3-1 के सेट से एनसीएल को हरा दिया। फाइनल स्कोर 26-24, 25-23, 19-25 और 25-17 रहा। मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि ने विजेता और उप विजेता टीम को कप देकर सम्मानित किया। फाइनल मुकाबले में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए एमसीएल के सुधांशु कुमार साहू को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। जबकि प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब कुणाल शर्मा ने जीता। वहीं बेस्ट डिफेंडर सुधांशु कुमार साहू, बेस्ट स्मैसर अरूण कुमार वैश्य और बेस्ट लिफ्टर सुजीत कुमार चुने गए। अतिथियों द्वारा सभी खिलाड़ियों को मेडल देकर सम्मानित किया गया।
अवसर पर सीएमडी निलेंदू कुमार सिंह ने सभी टीमों को प्रतियोगिता में भागीदारी और शानदार खेल प्रदर्शन के लिए बधाई दीं। वहीं खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि टीम वर्क से बाधाएं दूर होती हैं और सफलता की राह आसान हो जाती है। उन्होंने कहा कि ये उत्साह और कुछ कर गुजरने का जज्बा जो खिलाड़ियों में है, यही देश के विकास के लिए भी जरूरी है। कहा कि आप सभी धुरंधर ऐसे ही अपने प्रदर्शन से कोल इंडिया और इसकी अनुषांगिक कंपनियों का नाम रौशन करते रहें। हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि भविष्य में सीसीएल में इस प्रकार के आयोजन होते रहें।

वहीं प्रतियोगिता के अंतिम दिन विशेष तौर पर पैरा खिलाड़ियों का सीटिंग वॉलीबॉल मैच भी आयोजित किया गया। जिसमें खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन कर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सीसीएल के सीएमडी निलेंदू कुमार ने खिलाड़ियों को सम्मानित करते हुए उनकी खूब सराहना की। उन्होंने कहा कि मैच में खिलाड़ियों का हौसला देख हम सभी हतप्रभ हैं। इनका जज्बा हमारे लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने कहा कि मैच में पैरा खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने इस अवसर को अविस्मरणीय बना दिया है।

प्रतियोगिता के सफल आयोजन में सीसीएल मैनेजर (स्पोर्ट्स) आदिल हुसैन सहित आयोजन समिति का सराहनीय योगदान रहा।
