लोहरदगा: समर्पण चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूट की ओर से कुटूमू में किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 एवं चाइल्ड केयर संस्थान के बेहतर संचालन हेतु संस्था में कार्यरत कर्मियों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मौके पर जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी बिरेंद्र कुमार ने कहा कि बच्चों का संरक्षण, विकास एवं उचित देखरेख पारिवारिक संस्था में ही संभव है, बाल गृह अंतिम विकल्प है। उन्होंने कहा कि बच्चें अक्सर बेगुनाह होते हैं उन्हें आदर, सम्मान और दिशा देने में हम बड़े भूल करते हैं। उन्होंने कर्मियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। पढ़िए सिर्फ खबर सेल।
वहीं प्रशिक्षक राजीव शुक्ला ने जेजे एक्ट के प्रावधानों, नीतियों, नियमों और अधिकारों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि सरकारें और संस्थाएं बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि हम सभी बच्चों के लिए समर्पित है इसके लिए हमें उनके अधिकारों और अपने विचारों के प्रति संवेदनशील रहना होगा।
संस्था सचिव ने इंद्रमणि साहू ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि समर्पण बच्चों को अधिकारों को सुनिश्चित करने एवं उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कई गतिविधियां संचालित कर रही है।
मौके पर गृह के अधीक्षक आलोक कुमार, तेजस्विनी परियोजना के केशव, मुकेश कुमार यादव, प्रियंका कुमारी, गोमा, आशा कुमारी, बाल कल्याण पदाधिकारी अभिषेक कुमार, मधुसूदन स्वांसी, मेनंती देवी, खुशबू साहू, जाहिद, प्रमोद उरांव सहित कई लोग मौजूद थे।
