नौ अप्रैल को 1001 कलशों की यात्रा के साथ महायज्ञ का होगा शुभारंभ
रामगढ़: भुरकुंडा छठ मंदिर के निकट वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भक्ति की बयार बस बहने को हैं। आगामी नौ अप्रैल से यहां सात दिवसीय श्री श्री सूर्य षष्ठी महायज्ञ का आयोजन होगा। महायज्ञ की तैयारियां अंतिम चरण में है। आयोजन समिति के पदाधिकारी तैयारियों में पूरी तन्मयता से जुटे हुए हैं।
यज्ञ स्थल पर नौ कुंडीय यज्ञ मंडप का निर्माण किया जा रहा है। वहीं कथा वाचन के लिए चबूतरे का निर्माण कराया गया है। पंडाल और तोरण द्वार बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है। सड़क के दोनों छोर भगवा ध्वजों से पट गये है। यज्ञ स्थल के निकट देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी बनाई गई हैं। महायज्ञ लेकर क्षेत्र के लोगो में काफी उत्सुकता देखी जा रही है।
बताया जाता है कि 1001 कलशों की यात्रा के साथ नौ अप्रैल को महायज्ञ आरंभ होगा। सुबह 07:00 बजे कलशयात्रा में शामिल श्रद्धालु भुरकुंडा मेन रोड से पटेलनगर होते हुए दामोदर-नलकारी संगम स्थल दो मुहान पहुंचेंगे। जहां से जल भरकर वापस यज्ञ स्थल पहुंचेंगे। पूर्णाहुति के साथ 15 अप्रैल को महायज्ञ का समापन होगा। 16 अप्रैल को महाभंडारे का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही साथ 10 अप्रैल से 14 अप्रैल तक संध्या में कथा वाचन कार्यक्रम का भी आयोजन होगा।
नौ कुंडीय यज्ञ मंडप में अयोध्या से आए यज्ञाचार्य पद्नभदास जी महाराज के मार्गदर्शन में महायज्ञ के सभी अनुष्ठान संपन्न कराए जाएंगे। वहीं कथा वाचन किशोरी पंडित निर्वाणी दुबे जी के द्वारा किया जाएगा।