करूणा से प्रेरित नवाचार से दुनिया को बेहतर बनाना है : राष्ट्रपति

धनबाद/रांची: झारखंड दौरे के अंतिम दिन शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू IIT-ISM धनबाद के 45वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं। अवसर पर 1880 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई। कई छात्रों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। समारोह में सूबे के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, झारखंड सरकार के मंत्री सुदिव्य सोनू समेत कई गणमान्य शामिल रहे।

समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि संस्थान ने अपने शैक्षणिक क्षितिज को व्यापक बनाया है। यह विभिन्न क्षेत्रों में उच्च शिक्षा और अनुसंधान का एक प्रमुख केंद्र बन गया है। संस्थान तकनीकी विकास और नवाचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी ताकत विशाल मानव संसाधन हैं। तकनीकी शिक्षा और डिजिटल कौशल के प्रसार की बढ़ती पहुंच भारत को एक तकनीकी महाशक्ति बनने की ओर ले जा रही है। भारत की शिक्षा प्रणाली को अधिक व्यावहारिक, नवाचार-केंद्रित और उद्योग के अनुकूल बनाना देश के युवाओं की प्रतिभा को सही दिशा देगा।

उन्होंने कहा कि IIT-ISM को उत्कृष्ट इंजीनियर और शोधकर्ताओं को तैयार करने के अलावा दयालू और संवेदनशील पेशेवर भी बनाना होगा। करूणा से प्रेरित नवाचार ही दुनिया को बेहतर बनाया है। वहीं उन्होंने छात्रों को कहा कि भविष्य में वे जो कुछ भी करें उसमें उनकी बुद्धिमत्ता के साथ-साथ सहानुभूति, उत्कृष्टता और नैतिकता भी प्रतिबिंबित हो।

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