हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर झारखंड कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में हुई प्रेसवार्ता
रांची: कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर एवं कांग्रेस विधायक दल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से राकेश सिन्हा, अमुल्य नीरज खलखो, राजीव रंजन प्रसाद, डाॅ एम तौसीफ एवं विधायक अम्बा प्रसाद मौजूद रहीं।
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि 20 साल की मेहनत करके मोदी जी ने एक गुबारा फुलाया, हुआ फुस्स और हवा निकल गई। सारे नियम, कायदे, कानून ताक पर रखकर एक आदमी को मोदी जी ने पाल-पोस कर बड़ा किया, आज क्या हुआ। ये मोदी जी और अडानी जी के बीच का मामला होता तो हमें क्या आपत्ति होती, हम भी चुप रहते, आप भी चुप रहते। अब न तो आप भी चुप नहीं रह सकते हैं और न हम। क्योंकि ये मामला अब एक-एक भारतवासी के पसीने से कमाई धनराशि जो अब खतरे में पड़ गई है एलआईसी के माध्यम से, ये मामला वहां तक जाता है। यह हमारी, आपकी जेब पर जा पहुंचा है।
एलआईसी का विज्ञापन तो हम बचपन से ही सुनते आए हैं, जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी। अब उसकी भी टेगलाइन बदलनी पड़ेगी। वो जिंदगी के साथ थी, अब अडानी जी के साथ है। ये एलआईसी की हालत है और पीएम, अडानी जी के प्राइम मेंटोर हैं ।
कहा कि 40 करोड़ के लगभग निवेशक जिन्होंने अपनी जमा पूंजी एलआईसी में लगाई थी, उनके भविष्य का सवाल है और एलआईसी में जो अडानी एंटरप्राईजेज हैं , 1 प्रतिशत से बढ़ा कर एलआईसी ने 4.23 प्रतिशत अपना निवेश कर दिया उसमें। किसके इशारे पर किया, क्यों किया?
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि “मित्र काल” के “हम दो हमारे दो, देश की संपत्ति “बेच दो” ! LIC और SBI में हिस्से को मोदी जी ने ऐसे समूह के हवाले किया जिस पर इस देश के सबसे बड़े कॉर्पोरेट फ्रॉड का इलज़ाम लगा है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में जो अडाणी पर आरोप लगे हैं उसकी जाँच कब होगी ? मोदी सरकार हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पर ऐसे चुप्पी साधी हुई है, जैसे कि कुछ हुआ ही नहीं है।
अमेरिका की प्रतिष्ठित हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने अडाणी समूह पर इस देश के अब तक के सबसे बड़े कॉर्पोरेट फ्रॉड का इलज़ाम लगाया है जिसमें 42 गुना ओवरवैल्यूड शेयर, डेब्ट फ्यूएलड बिज़नेस, अडाणी परिवार के सदस्यों ने कथित तौर पर मॉरीशस, यूएई और कैरेबियन द्वीप समूह जैसे टैक्स-हेवन में बेनामी शेल कंपनियां के “एक विशाल मायाजाल द्वारा अरबों रुपये के काले धन का खुलासा किया है और इंसाइडर ट्रेडिंग, स्टॉक मैनीपुलेशन के गंभीर आरोप लगाएं हैं।वहीं एलआईसी और एसबीआई जैसे सरकारी संस्थानों में अडाणी समूह का बेहद जोखिम भरा लेन-देन और निवेश मोदी सरकार द्वारा किया गया है।
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस विधायक दल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि अडाणी समूह के डूबने से देश की संपत्ति दांव पर है, करोड़ों निवेशकों की, करोड़ों पॉलिसी होल्डर्स की गाढ़ी कमाई ख़तरे में है। इस परिपेक्ष्य में कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार से ये 3 माँग करती है कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के देख-रेख में एक निष्पक्ष जांच हो, जिसकी रिपोर्ट दिन-प्रतिदिन सार्वजनिक हो। हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की विस्तार से जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन किया जाना चाहिए।
LIC, SBI और अन्य राष्ट्रीय बैंकों में जो अडाणी का जोख़िम भरा निवेश है उसपर संसद में गहन रूप से चर्चा की जाये और निवेशकों को सुरक्षित करने के लिए उचित क़दम उठाये जाए।
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि सोमवार, 6 फरवरी 2023 को जिले के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं की अधिकत्तम भागीदारी के साथ जिला मुख्यालयों में एलआईसी कार्यालय एवं एसबीआई कार्यालय के सामने बडे पैमाने पर मार्च और विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम सुनिश्चित करेंगे।