बड़कागांव: कर्णपुरा महाविद्यालय बड़कागांव में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं इतिहास संकाय की संयुक्त तत्वाधान में गौतम बुद्ध की जयंती को लेकर कार्यशाला का आयोजन गुरुवार को किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत से प्रारंभ हुई। कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि महाविद्यालय के सचिव, पूर्व प्रमुख सह जिला पार्षद टुकेश्वर प्रसाद उपस्थित थे।
महाविद्यालय के सचिव, पूर्व प्रमुख सह जिला पार्षद टुकेश्वर प्रसाद ने कहा कि भगवान बुद्ध कहते हैं कि इस संसार में कोई भी प्राणी ऐसा नहीं है जिसे दुःख ना हुआ हो, उनके अनुसार दुःख को एक सामान्य स्थिति समझना चाहिए। इसे खुद पर हावी नहीं होने देना चाहिए। इसलिए प्रत्येक इंसान को दुःख होने पर चिंतित और परेशान नहीं होना चाहिए।
महाविद्यालय के प्राचार्य कीर्तिनाथ महतो ने कहा कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुध का जन्म हुआ था। इसी दिन ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और वैशाख पूर्णिमा के दिन उनका महानिर्वाण भी हुआ था। इसलिए इसी दिन को गौतम बुध की जयंती या बुध पुर्णिमा के रूप में मनाया जाने लगा। साथ ही बुद्ध ने विश्व शांति का संदेश दिया।
कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी सह प्रोफेसर सुरेश महतो ने किया। उन्होंने कहा कि सिद्धार्थ का अर्थ है जो सिद्धि प्राप्ति के लिए जन्म लिया हो उसे सिद्धार्थ कहते हैं। धन्यवाद ज्ञापन प्रोफ़ेसर लालदेव महतो ने किया।
मौके पर मुख्य रूप से प्राचार्य कीर्तिनाथ महतो, पूर्व प्राचार्य ज्योति जलधर, प्रो. नरेश कुमार दांगी, प्रो. निरंजन प्रसाद नीरज, प्रो. ऋतुराज दास, प्रो. पवन कुमार, प्रो. ललिता कुमारी, डॉ चंद्रशेखर राणा, सनवीर कुमार, नेमधारी राम, अर्चना कुमारी, ऋषि कुमार, राहुल कुमार, उषा कुमारी, ललिता, प्रियंका, सुनीता, बेबी कुमारी, आंचल, बबीता, मनीषा सहित कई लोग मौजूद थे।