मलेरिया रोकथाम के लिए उत्कृष्ट काम करनेवाले पदाधिकारी, कर्मी और सहियाओं को किया गया सम्मानित
पाकुड़: सदर अस्पताल के सभागार में मंगलवार को उपायुक्त वरुण रंजन की अध्यक्षता में विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर मलेरिया की रोकथाम एवं उसके बचाव को लेकर एक कार्यक्रम आयोजित की गई।
इस कार्यक्रम की शुरुआत उपायुक्त वरुण रंजन, सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, एसीएमओ डॉ अरविंद कुमार, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ एस.के झा, जिला भीवीडी पदाधिकारी डॉ. अमित कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. चंदन के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम में बीते एक वर्ष में मलेरिया रोकथाम की दिशा में उत्कृष्ट कार्य करनेवाले पदाधिकारियों, कर्मचारियों और सहियाओं को उपायुक्त ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
अवसर पर उपायुक्त वरुण रंजन ने अपने संबोधन में कहा कि मलेरिया एक ऐसी बीमारी है, जो सालों से लोगों को अपना शिकार बनाते आयी है। हर साल 25 अप्रैल को मलेरिया के प्रति लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के विश्व मलेरिया दिवस‘ यानी वर्ल्ड मलेरिया डे मनाया जाता है। मलेरिया से बचाव के लिए आवश्यक है कि अपने घर के पास साफ सफाई रखें व मच्छर पनपने वाले स्त्रोतों को नष्ट करें। इस बीमारी से बचने के लिए आप अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें और साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें। मच्छरों से सुरक्षित रहने के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
सिविल सर्जन डॉ. मंटू कुमार टेकरीवाल ने बताया की मलेरिया के लक्षण मिलने पर खुद उपचार करने से बचते हुए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में मलेरिया जांच व उपचार कराएं। इसके साथ ही अपने घर और आसपास का वातावरण हमेशा साफ सुथरा रखें। हैं। मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति को मच्छर के काटने के 6 से 8 दिन के बाद लक्षण दिखाई देते हैं। इसमें तेज बुखार, थकान, सिर दर्द, पेट में दर्द, चक्कर आना, बेहोशी आना, एनीमिया, मांसपेशियों के दर्द, उल्टियां होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पाकुड़ डॉक्टर के.के सिंह, डॉ मनीष, एसएमपीओ पवन कुमार, डीपीसी चंद्रशेखर कुमार समेत अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।