रामगढ़: कस्तूरबा आवासीय विद्यालय रामगढ़ में गुरुवार को जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ. तुलिका रानी की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कुष्ठ रोग खोज अभियान से संबंधित जानकारी दी गई। कार्यक्रम में NSRIF झारखंड के डॉ. सानिध्य भार्गव और NLR कोर्डिनेटर झारखंड डॉ. काशीनाथ चक्रवर्ती शामिल रहे।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. तुलिका रानी ने कहा वैसे व्यक्ति जिनके शरीर पर कोई दाग-धब्बा जो कि सुन्न हो, कुष्ठ का संभावित मरीज हो सकता हैं। इसकी सूचना तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को देनी चाहिए। जिससे पुर्ण उपचार हो सकें। इसके साथ ही कुष्ठ रोग घर-घर खोज अभियान चलाया जाना हैं। जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा “सहिया” दीदी / सहिया) संदिगध कुष्ठ मामलों का जल्द से जल्द पता लगाने और उनकी पहचान करने के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण करेंगे।
वहीं कुष्ठ से बचाव के संबंध में उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग अभिशाप नहीं हैं। यह एक विषाणु माईको बेकटेरियम लेप्रि द्वारा होता हैं। जो नियमित दवा की सेवान से पुन्तः रोग मुक्त हो जाता हैं एवं विकलांगता से बचा जा सकता है।