रामगढ़: रैयत विस्थापित प्रभावित तेली समाज की बैठक सौंदा बस्ती में रविवार को हुई। बैठक की अध्यक्षता विनोद साव ने किया। बैठक में सयाल खुली खदान में रैयतों के जमीन के बदले नौकरी, मुआवजा एवं सेल संचालन को लेकर चर्चा किया गया।
बैठक में कहा गया कि सयाल प्रबंधन द्वारा रैयतों को उनके अधिकार से वंचित रखा जा रहा है। सयाल खुली खदान में सौंदा बस्ती, सरैया टोला के रैयत जिनकी जमीन सयाल मौजा से सयाल कोलियरी जमीन अधिग्रहण किया है। उन्हें प्राथमिकता देते हुए सेल संचालन करने दिया जाए।
कहा गया कि सयाल परियोजना पदाधिकारी द्वारा सभी को एकजुट होकर सेल संचालन का प्रस्ताव ग्रामीणों के बीच रखा गया है। यह कभी संभव नहीं हो सकता। इसका हम सभी जमीन रैयत विरोध करते हैं।
सयाल खुली खदान में अधिग्रहित जमीन के रैयतों का सेल संचालन अधिकार स्पष्ट नहीं होने की वजह से जिस जमीन का भुगतान नहीं दिया गया है, प्रबंधन उस जमीन को खाली करे। सभी रैयतों को बकाया नौकरी और मुआवजा जल्द भुगतान किया जाए।
बैठक में मुख्य रूप से सोहन प्रसाद, विनोद कुमार, अशोक साव, संतोष कुमार, छोटू, राजेश्वर प्रसाद, गणेश प्रसाद, पवन कुमार, विनय प्रसाद, सागर कुमार, विजय कुमार, रंजन कुमार, भोला साव, राजेश प्रसाद, प्रयाग साव, गणेश प्रसाद, विशाल, राजेश कुमार, सूरज कुमार, सचिन कुमार, मनीष कुमार, अनीष कुमार, रामप्रवेश साव, आनंद, बिट्टू कुमार, दालचंद साव, वीरू साव, राजन कुमार, संजय कुमार, नंदलाल कुमार, गीता देवी, बेबी देवी, मंजू देवी, मीना देवी, सुशीला देवी, सुनीता देवी, सुशीला देवी, पूनम देवी, रितु देवी, सरिता देवी, बिजली देवी, जिरवा देवी, मालो देवी, मुन्नी देवी सहित कई लोग मौजूद थे

