रामगढ़: उपायुक्त माधवी मिश्रा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक बुधवार को आयोजन समाहरणालय सभाकक्ष में हुई।
बैठक के दौरान उपायुक्त माधवी मिश्रा एवं पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय ने एनएचएआई के अधिकारियों को जिले के दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में दुर्घटना की रोकथाम के लिए उचित करवाई करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) का निर्माण करने का निर्देश एनएचएआई के अधिकारियों को दिया जिससे कोई भी दुर्घटना होने के बाद पीड़ित को क्विक रेस्पॉन्स मिल सके। वहीं उन्होंने जिले के सभी ब्लैक स्पॉट के समीप दुर्घटना राहत टीम को 24/7 तैयार रखने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान उपायुक्त के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्गों व राज्य राजमार्गों पर दुर्घटना से बचाव के उद्देश्य से स्ट्रीट लाइट लगाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने एवं लगे हुए स्ट्रीट लाइट का संचालन सुचारू रूप से सुनिश्चित करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिए। साथ ही चुट्टू पालू घाटी में खराब लाइट एवं बेंट पोल को दुरुस्त कर रात्रि के समय लाइट की उपलब्धता सुनिश्चित करने का एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिया।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों को सहयोगात्मक दृष्टि से वैसे दुकान जो भीड़ भाड़ वाले इलाके एवं सड़क के किनारे स्थित हैं के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगवाने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि अगर सड़क दुर्घटना में किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके आश्रित को राज्य आपदा मोचन निधि के माध्यम से 1 लाख रुपये तक कि मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जाती है। वही हिट एंड रन के मामलों में भी मुआवजा राशि का प्रावधान है। इसके साथ ही जो व्यक्ति दुर्घटना के समय पीड़ित को अस्पताल पहुंचाता है उसके लिए राज्य सरकार के द्वारा ₹5000 की प्रोत्साहन राशि संबंधित व्यक्ति को दी जाती है। इस संबंध में उपायुक्त ने सभी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने एवं ऐसे मामले सामने आने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित को मुआवजे का भुगतान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान वन प्रमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला एवं प्रखंड स्तरीय अन्य पदाधिकारियों, प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारियों सहित अन्य उपस्थित थे।