रामगढ़: भुरकुंडा पंचायत में खुलने जा रहे लोकल सेल का विवाद अब तूल पकड़ रहा है। हिस्सेदारी को लेकर लोग कई गुटों में गोलबंद हो रहे हैं। आंदोलन की रणनीति बन रही है। जिससे आनेवाले दिनों में पंचायत में विधि-व्यस्था को लेकर कई कयास लग रहे हैं। कई तरह की चर्चाएं हो रही है।
इधर, प्रबंधन द्वारा अनदेखी किए जाने से नाराज भुरकुंडा पंचायत के प्रतिनिधियों ने रविवार को बैठक की। जिसकी अध्यक्षता मुखिया अजय पासवान ने किया। बैठक में उप मुखिया सहित वार्ड सदस्य शामिल रहे। इस दौरान पंचायत प्रतिनिधियों की अनदेखी पर प्रबंधन की कार्यशैली की निंदा की। वहीं रोष जताते हुए आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया।
क्या कहते हैं भुरकुंडा पंचायत के प्रतिनिधि
बैठक में कहा गया कि भुरकुंडा पंचायत में लोकल सेल खुलना है। लेकिन प्रबंधन भुरकुंडा पंचायत के ही प्रतिनिधियों की अनदेखी कर रही है। प्रबंधन विभिन्न गुटों से गुपचुप बैठक कर रही है और भुरकुंडा पंचायत के प्रतिनिधियों को बुलाना भी जरूरी नहीं समझा जा रहा है। कई गुटों के लोग हिस्सेदारी को लेकर आंदोलन की बात कह रहे हैं। ऐसे में भविष्य में यदि भुरकुंडा में विधि-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती है तो स्थानीय प्रबंधन पर इसकी सीधी जवाबदेही होगी।
क्या कहते हैं मुखिया
पंचायत प्रतिनिधियों की अनदेखी पर भुरकुंडा पंचायत के मुखिया ने कहा कि लोकल सेल खुलना खुशी की बात है। इससे कई जरूरत मंदों को रोजगार मिल सकेगा। लेकिन हिस्सेदारी को लेकर आधा दर्जन से ज्यादा गुट ताल ठोंक रहे हैं। आगे उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दे रहे हैं। प्रबंधन उनके साथ गुपचुप बैठक कर रही है और भुरकुंडा पंचायत के एक भी प्रतिनिधि को बैठक में न तो आमंत्रित किया जा रहा और ही कोई जानकारी दी जा रही है। ऐसे में विधि-व्यवस्था बिगड़ने पर सरासर प्रबंधन की जवाबदेही होगी। लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने की सूरत पर जिला सहित राज्य के नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों से हस्तक्षेप की अपील की भी जाएगी।
बैठक में उप मुखिया संजीत राम, वार्ड सदस्य पुष्पा देवी, रोशन पासवान, आशा देवी, अमित पासवान, कोशल्या देवी, ललिता देवी, उमेश कुमार नायक, सुनीता देवी, किरण देवी, प्रीति देवी मौजूद थे।