रांची: सरहुल पर्व के अवसर पर सूबे में कई जगहों पर सरहुल पूजा धूमधाम से की गई। सरना स्थलों पर आदिवासी समाज के लोगों ने पारंपरिक तरीके से पूजा-प्रार्थना की। मांदर की थाप पर झूमकर लोगों ने प्रकृति पर्व का सरहुल का आनंद उठाया। सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी सरहुल पूजा में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री सिरम टोली सरना स्थल, आदिवासी हॉस्टल और करम टोली सरना स्थल पर आयोजित पूजा में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने मांदर बजाया और सामूहिक नृत्य भी किया।
उन्होंने कहा कि सरहुल पर्व हमें प्रकृति से जोड़ता है। जल, जंगल और जमीन से ही हमारा वजूद है। प्रकृति का संरक्षण करके ही भविष्य को सुरक्षित किया जा सकता है।
वहीं मुख्यमंत्री सरहुल पूजा समिति के लोगों से मिले। आदिवासी हॉस्टल के जीर्णोद्धार सहित अन्य सुविधाओं को लेकर मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएं भी की।