ज्ञापन सौंपा, उजाड़ने से पहले बसाने की मांग की
रामगढ़: सीसीएल बरका-सयाल प्रक्षेत्र अंतर्गत के.के. कोलियरी में गुरुवार को आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा सर्वे का काम शुरू किया गया। जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया। इसके उपरांत मुखिया रीता देवी की अगुवाई में बड़ी संख्या में के.के.कोलियरी निवासी सीसीएल बरका-सयाल महाप्रबंधक कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। कोलियरी में रह रहे लोगों को उजाड़ने से पहले बसाने की मांग करते हुए प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा गया।
इस दौरान के.के. पंचायत की मुखिया रीता देवी ने कहा कि पंचायत के लगभग सभी लोगों को नोटिस दिया गया है। यहां लोग कई वर्षों से रह रहे हैं। सीसीएल उन्हें उजाड़ने से पुनर्वास की व्यवस्था करे। ज्ञापन सौंपा गया है, सीसीएल पहल नहीं करती है तो स्थानीय लोग आंदोलन को बाध्य होंगे।
वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि मां अंबे आउटसोर्सिंग कंपनी को एमडीओ के तहत के.के. कोलियरी में खनन कार्य के लिए वर्क ऑर्डर दिया गया है। सीसीएल के संपदा पदाधिकारी द्वारा बीते 13 जून को कोलियरी के सीसीएल क्वार्टर सहित अन्य आवास खाली करने करने को लेकर दूसरा नोटिस जारी किया गया था। जिसमें 15 दिनों के अंदर जगह खाली करने की चेतावनी दी गई थी।
बताया जाता है कि के.के. कोलियरी में लगभग 1400 की आबादी है। यहां लोग सीसीएल की क्वार्टरों और कोलियरी के कथित जमीन पर मकान बनाकर रह रहे हैं। इधर, गुरुवार को एकाएक सर्वे शुरू हो जाने से लोगों में भारी नाराजगी है।
विरोध प्रदर्शन में मुखिया रीता कुमारी, पंचायत समिति सदस्य रीता देवी, उप मुखिया विष्णु महली, राकेश मुर्मू, संजय सिंह, बबलू मुर्मू, अखिलेश कुमार, अभय सिंह, सुबोध सिंह, बलराम करमाली, नागौर तिर्की, सुशील टोप्पो, ललित टोप्पो ,विक्की लोहार, कुलदीप लोहार, शिवकुमार नायक, श्रीराम पांडे, मनोज कुमार, विजय पासवान ,जवाहर भैया, अरविंद राम, सुरेश राम, नंदन करमाली, राजकुमार सहित सैकडो की संख्या में महिला और पुरुष शामिल रहे।