करीम सिटी कॉलेज में आयोजित सम्मेलन में शामिल हुए राज्यपाल रमेश बैस
जमशेदपुर: कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का आधारभूत स्तंभ है। मॉनसून पर निर्भरता, सिंचाई के संसाधनों का अभाव, रसायनिक खाद के प्रयोग से कृषि में समस्याएं कायम हैं। आज ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है। यह बातें सूबे के राज्यपाल-सह-झारखण्ड राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति रमेश बैस ने बुधवार को जमशेदपुर के करीम सिटी कॉलेज में कहीं।
राज्यपाल ने यहां ‘कृषि तथा ग्रामीण विकास और समग्र आर्थिक विकास में उनकी सहभागिता एवं हिस्सेदारी’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय अंतर्विषयक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने में कृषि एवं ग्रामीण विकास की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। कृषि के क्षेत्र में निर्भरता बढ़े इसके लिए किसानों को न सिर्फ उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ानी होगी, बल्कि उत्पादकता में भी वृद्धि करनी होगी। ऑर्गेनिक खेती के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार कृषि के क्षेत्र में उत्पादन को बढ़ाना होगा।
उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के लिहाज से जमीन का उपयोग और अनाज उत्पादन के लिए जमीन के सामंजस्य स्थापित करना होगा। ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं और जरूरतों को समझना होगा।