जीवों और वनस्पतियों से जुड़ा है मानव का अस्तित्व: सुजीत नायक

कोडरमा: सतगावां प्रखंड के मरचोई और खुटा पंचायत भवन में रविवार को संसद द्वारा पारित झारखण्ड जैव विविधता अधिनियम, 2002 के तहत जन जागरण केंद्र के माध्यम से बीएमसी. सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया। अवसर पर प्रशिक्षक सुजीत नायक, मरचोई पंचायत मुखिया उत्तम कुमार और खुट्टा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मथुरा यादव द्वारा अपने-अपने पंचायत सचिवालय में दीप प्रज्जवलित कर प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया। 

प्रशिक्षण में सतगावां प्रखण्ड के शिवपुर, समलडीह, कटैया, बासोडीह पंचायत एवं मरकच्चो प्रखण्ड के कादोडीह पंचायत के अध्यक्ष, सचिव एवं सदस्यों ने भाग लिया एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से भी जैव विविधता के बारे में जानकारी दी गई।

प्रशिक्षक सुजीत कुमार नायक के द्वारा जैवविविधता के संरक्षण एवं सतत उपयोग तथा जैव विविधता के प्राकृतिक वास स्थल जैसे जल, जंगल, जमीन एवं खेतो में पाए जाने वाले जैव संसाधनों की जानकारी दी गई। साथ भी उनके संरक्षण करने के बारे में बताया गया। 

इस दौरान जैव विविधता में पाए गए संसाधनों का दस्तावेजीकरण तथा उन्नयन करने के संबंध में बताया गया। वहीं जैव संसाधनों एवं संपदाओं से जुड़ी ज्ञान के व्यापारिक उपयोग की पहचान करने एवं राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर को सूचना एवं सलाह देने हेतु प्रेरित भी किया गया। साथ ही कार्यालय की स्थापना एवं बैंक खाता संचालन विषय पर भी चर्चा हुई।

बताया गया कि बी.एम.सी. का एक कार्यालय पंचायत भवन में खोला जाएगा एवं जैव विविधता प्रबंधन समिति के नाम से एक बैंक खाता खोला जाएगा जिसमे बी.एम.सी.के अध्यक्ष एवं वन विभाग के सदस्य/वनपाल के संयुक्त हस्ताक्षर से लेन देन किया जाएगा।

इस प्रशिक्षण में सतगावां प्रखण्ड के शिवपुर, समलडीह, कटैया, बासोडीह पंचायत एवं मरकच्चो प्रखण्ड के कादोडीह पंचायत के अध्यक्ष, सचिव एवं सदस्यों ने भाग लिया एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से भी जैव विविधता के बारे में बताया एवं दिखाया गया।

प्रशिक्षक सुजीत नायक ने आगे कहा कि ये धरती केवल मानव के लिए नहीं है। इस धरती पर असंख्‍य जीव और वनस्‍पति हैं जिनसे मानव का अस्तित्‍व कायम है। वैज्ञानिक भाषा में इसे धरती की जैव विविधता कहा गया है। वैज्ञानिकों एवं पर्यावरणविदों के लिए चिंता की बात यह है कि धरती पर इंसानी विस्‍तार से इस जैव विविधता पर संकट उत्‍पन्‍न हो रहा है। यह मानव अस्तित्‍व और धरती के लिए एक संकट का विषय है। इस धरती के संरक्षण में प्रत्येक प्रजाति, चाहे वह कितनी भी छोटी क्यों न हो, सभी की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है।

अवहर पर उत्तम कुमार ने सबको साथ सामुदायिक भागीदारी की बात कही जिससे हम अपने पंचायत को सभी क्षेत्रों में सुखद तस्वीर पेश कर सकें। कार्यक्रम में मुख्य रुप से सतगांवा प्रखंड के कोठियार, माधोपुर, खुट्टा, ईटआंय, राजाबर मीरगंज, अम्बाला सहित कई पंचायत के जैव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष और सचिव समेत सभी सदस्य उपस्थित थे।कार्यक्रम का धन्यवादसुभाष ठाकुर के द्वारा किया गया।

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