चंदौली (यूपी): संस्था समर्पण एवं वेलस्पन फाउंडेशन के द्वारा पंचायत भवन कठोड़ी में दो दिवसीय लाइफ स्किल ट्रेनिंग का आयोजन शनिवार को किया गया।
मौके पर समर्पण संस्था सचिव इंद्रमणि साहू ने प्रशिक्षण के विषयों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महिलाओं के लिए अधिकारों और सुरक्षा की बात तो की जाती है परंतु उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ने एवं टिकाऊ व्यवसाय को चुनने और उन्हें आमदनी सृजित करने का अवसर देने का काम बहुत कम हो रहा है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से हम महिलाओं को न सिर्फ आजीविका संवर्धन की जानकारी दे रहे हैं बल्कि उन्हें बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच बनाने और कार्यों के परिचालन में सहयोग करने का भी प्रयास कर रहे हैं। आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए निजी जीवन और व्यवसाय के बीच संतुलन स्थापित करना बहुत जरूरी है।
झारखंड से आये प्रशिक्षक संतोष कुमार वर्णवाल ने उधमी विकास और जीवन कौशल के विभिन्न पहलुओं की जानकारी देते हुए कहा कि भारत में गरीब महिलाओं का एक बड़ा भाग घरेलू कामकाज के क्षेत्र में है। घरेलू प्रबंधन उनकी पहली प्राथमिकता होती है।
उन्होंने कहा कि वित्तीय फैसले लेने का अवसर महिलाओं को मिले, महिलाओं के प्रति समाज में लैंगिक विषमता समाप्त हो, उनकी पहुंच वित्तीय उत्पादों तक बने, आजीविका के बुनियादी विकल्प एवं सरकारी योजनाओं की जानकारी मिले तो निश्चित रूप से महिलाएं आर्थिक रूप से स्वावलंबी एवं स्वाभिमानी बन सकेंगे।
वेलस्पन फाउंडेशन के पुष्कर कुमार कहा कि रोजमर्रा और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसे की जरूरत होती है। इसके लिए व्यवहार कुशल होना और आमदनी के अलग-अलग स्रोतों से जुड़ना बहुत जरूरी है।
मौके पर परियोजना समन्वयक रितेश कुमार सिंह, आरती कुमारी, सुनीता कुमारी, सरिता कुमारी, मीनू कुमारी, प्रदीप कुमार सहित कई लोग मौजूद थे।

