ग्रामीण क्षेत्र के कृषि विकास में मोरहाबादी के श्री रामकृष्ण आश्रम का योगदान अतुलनीय: सुदेश कुमार महतो
रांंची: अनगड़ा प्रखंड के गेतलसूद फार्म में दो दिवसीय 45 वां केन्द्रीय श्री रामकृष्ण किसान मेला हर्षोल्लास के साथ शुक्रवार को संपन्न हुआ। दूसरे दिन के किसान मेला में मुख्यअथिति पूर्व झारखंड के उपमुख्य मंत्री सह सिल्ली विधायक सुदेश कुमार महतो विशिष्ट अतिथि ग्वालियर रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी सुदीप्त महराज,आजसू पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत औरमाझी जिलापरिषद सदस्य सरिता देवी उपस्थित थे।
मेला की अधयक्षता स्वामी भवेशानंद जी महाराज सचिव रामकृष्ण मिशन आश्रम मोराबादी रांची व संचालन डॉ रविंद्र कुमार सिंह ने किया। मेला में कृषि एवं पशु पंछी प्रदर्शनी के साथ रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। किसान मेला का आयोजन रामकृष्ण मिशन आश्रम दिव्यांयन मोरहाबादी व विवेकानंद शिक्षण एंव शोध संस्थान और अनगडा. प्रखंड के समस्त विवेकानंद सेवा संघ के द्वारा आयोजित किया गया। किसान मेला का थीम प्रकृतिक जैविक कृषि से ही स्वस्थ मिट्टी-स्वस्थ फसल-स्वस्थ समाज।
किसान मेला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सिल्ली विधायक सुदेश कुमार महतो ने कहा कि गांव के कृषि के विकास में रामकृष्ण मिशन आश्रम मोराबादी रांची का सराहनीय योगदान रहा है। इनके द्वारा जैविक खेती के लिए भी बढ़ावा दिया जा रहा है जो सराहनीय है। जैविक खेती के माध्यम से हम जमीन को भी उपजाऊ बनाने के साथ-साथ पर्यावरण को भी संतुलित रख सकते हैं। विशिष्ट अतिथि ग्वालियर रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव सुदीप्त महराज ने नवयुवको को कृषि के क्षेत्र मे आगे आने का आह्वान किया। सरीता देवी देवशरण भगत आदि ने भी किसानों को संबोधित किया। किसान मेला में सर्वोत्तम पुरस्कार जैविक खेती के लिए सोमरा बेदिया को दिया गया। फसल, एवं पशुपंछी, फल-फूल हस्त- कला के प्रदर्शन स्टोल में लगाए गए सफल चयनित किसानों को भी पुरस्कृत किया गया। किसान मेले मे कुल 423 फसल के नमुने के साथ 18 पशु पक्षी का रजिस्ट्रेशन किया गया।जिसमे13 किसानो को बैटरी चालित स्प्रेयर का वितरण किया गया। फसल व पशु पक्षी मे 36 को प्रथम 34 को सेकेंड पुरस्कार कुटीर उद्योग मे आठ को भी पुरस्कृत किया गया।
किसान मेला का सफल बनाने मे जीप सदस्य राजेंद्र शाही मुंडा, संतोष बेदिया, अध्यक्ष भुवनेश्वर बेदिया, प्रदीप महतो, जगदीश भोक्ता, सोमरा बेदिया, श्रवण कुमार मुखियार ,पहलू बेदिया आदि का सराहनीय योगदान रहा।