राज्य में पहली बार महिला पुलिस सम्मेलन का आयोजन
राज्य के मुख्य सचिव एल. खियांगते ने किया सम्मेलन का उद्घाटन |
रांंची: जैप-वन के शौर्य सभागार में शुक्रवार को दो दिवसीय राज्यस्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। जिसका शुभारंभ राज्य के मुख्य सचिव एल. खियांग्ते ने दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यक्रम में प्रधान सचिव गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग वंदना दादेल और पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता सहित अन्य पदाधिकारी शामिल हुए। राज्य में पहली बार राज्यस्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन का आयोजन किया गया है। दो दिवसीय सम्मेलन में महिला पुलिस के विभिन्न समस्याओं सहित सम्मान, स्वास्थ्य,कार्यस्थल पर सुरक्षा सहित तकनीकी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
वहीं उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव एल. खियांग्ते ने कहा कि सरकार महिला पुलिस अधिकारियों और कर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए कृतसंकल्पित है। सम्मेलन में जो भी निष्कर्ष निकलकर सामने आएंगे उनसे सरकार को सरकार को उन सभी पहलुओं पर काम करने में मदद मिलेगी। आगे उन्होंने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध बढ़ रहे अपराध से पूरा समाज चिंतित है। इस वातावरण में आप पुलिसकर्मियों का विशेषकर महिला पुलिसकर्मियों का दायित्व महत्पूर्ण हो जाता है।
वूमन ट्रैफिकिंग जड़ से समाप्त करना सरकार का उद्देश्य : वंदना डाडेल
प्रधान सचिव, गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग, झारखंड सरकार वंदना डाडेल ने कहा कि इस दो दिवसीय राज्य स्तरीय महिला पुलिस सम्मेलन से उनके सेवा, सम्मान और भूमिका का मार्ग प्रशस्त होगा। इस सम्मेलन में आगे की रणनीति पर चिंतन मनन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में नक्सल समस्या एक दो इलाक़ों को छोड़कर समाप्ति पर है। इसके अलावा अन्य समस्याओं को भी देखा जा रहा है। जिसमें मादक पदार्थों के सेवन पर रोकथाम है जिसके लिये अभी हाल में ही राज्य सरकार की ओर से व्यापक अभियान चलाया गया था। इसके साथ ही राज्य में वूमन ट्रैफ़िकिंग भी गंभीर एक मुद्दा है जिस पर राज्य सरकार का फोकस है। महिला पुलिस के सहयोग से इस समस्या का निराकरण कर सकते हैं।
जल्द ही हर पुलिस थाने में होगी एक महिला पुलिस अधिकारी : अनुराग गुप्ता
राज्य के महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक अनुराग गुप्ता ने कहा कि जल्द ही अब हर पुलिस थाने में एक महिला पुलिस अधिकारी होंगी। साथ ही शहर के थानों में भी महिला थाना प्रभारी होंगी। इसे लेकर पुलिस विभाग तैयारी कर रहा है। जल्द ही सरकार के स्तर पर इसपर कोई निर्णय लिया जाएगा। एक मेमोरेंडम तैयार कर इस सम्मेलन के समाप्ति पर मुख्यमंत्र हेमन्त सोरेन के समक्ष रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस थाने में महिला पुलिस अधिकारी के रहने से किसी भी महिला को अपनी समस्याएं बताने में झिझक नहीं होगी वे खुल कर अपनी बात रख पाएंगी। इस कदम से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।